- तेज बुखार और कंपकंपी का प्रकोप
डेंगू का पहला और सबसे साफ संकेत है अचानक तेज बुखार, जो 102°F तक पहुंच सकता है। इसके साथ ठंड लगना, सिर में तेज दर्द और शरीर में भारी थकान महसूस होना आम है। यह बुखार कई दिनों तक बना रह सकता है और दिन के समय अचानक और तेजी से बढ़ सकता है। - हड्डियों को तोड़ने वाला दर्द
डेंगू को ‘हड्डी तोड़ बुखार’ (ब्रेकबोन फीवर) भी कहा जाता है, और यह नाम इसके पीछे छिपे भयानक दर्द की वजह से पड़ा है। मरीजों को जोड़ों और मांसपेशियों में ऐसा दर्द होता है, मानो हड्डियां चटक रही हों। कमर, हाथ और पैरों में असहनीय पीड़ा इस बीमारी का एक स्पष्ट संकेत है। - त्वचा पर लाल चकत्तों का उभार
डेंगू के कई मामलों में त्वचा पर लाल रंग के दाने या चकत्ते उभर आते हैं। ये आमतौर पर बुखार शुरू होने के 2 से 5 दिन बाद दिखाई देते हैं। त्वचा पर बिखरे ये छोटे-छोटे लाल निशान डेंगू की चेतावनी हो सकते हैं। - अत्यधिक थकान और शरीर का ढीला पड़ना
डेंगू का शिकार होने पर मरीज को इतनी कमजोरी महसूस होती है कि सामान्य काम भी बोझिल लगने लगते हैं। चक्कर आना, थकान और शरीर का टूटना जैसे लक्षण मरीज को बिस्तर तक सीमित कर सकते हैं। कई बार मरीज कई दिनों तक उठने में भी असमर्थ रहते हैं। - उल्टी, मतली और पेट की बेचैनी
डेंगू के गंभीर मामलों में उल्टी, लगातार मतली और पेट में तेज दर्द की शिकायत हो सकती है। कुछ मरीजों को दस्त या पेट में सूजन जैसी समस्याएं भी परेशान करती हैं। ये लक्षण बीमारी की गंभीरता को दर्शाते हैं।
यदि डेंगू के ये लक्षण नजर आएं, तो बिना देर किए तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। शुरुआती इलाज, पौष्टिक आहार और पर्याप्त आराम से मरीज जल्दी स्वस्थ हो सकता है। डेंगू के दौरान खूब पानी पीना, संतुलित भोजन लेना और शरीर को विश्राम देना बेहद जरूरी है। सावधानी और बचाव के उपाय
- घर और आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। स्थिर पानी को जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू के मच्छर ऐसी जगहों पर पनपते हैं।
- मच्छरदानी का उपयोग करें और कीटनाशक का छिड़काव करें।
- हल्के रंग के और ढीले-ढाले कपड़े पहनें, जो मच्छरों को आकर्षित न करें।
डेंगू का इलाज शुरूआती दौर में शुरू करने से गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है। अगर आपको मच्छर ने काटा है और ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी अनुभव हो रहा है, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल जाएं और खून की जांच कराएं।