Report By: ICN Network
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल इस साल गणेशोत्सव के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दुनिया को दिखाई गई भारत की शक्ति और स्वदेशी उत्पादों के उपयोग के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करें। उन्होंने मंडलों से प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर त्योहार को शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण माहौल में मनाने की अपील की और उम्मीद जताई कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर आधारित दृश्य जवानों को समर्पित किए जाएंगे।
सह्याद्री अतिथि गृह में गणेशोत्सव की कानून-व्यवस्था को लेकर हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) डॉ. पंकज भोयर, गृह राज्य मंत्री (शहरी) योगेश कदम और मुख्य सचिव राजेश कुमार मौजूद थे।
फडणवीस ने मूर्ति निर्माताओं को भी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों की तरह लगातार पांच वर्षों तक अनुमति देने और हर साल लाइसेंस का नवीनीकरण करने की बात कही। उन्होंने नगर निगम की एकल खिड़की योजना का लाभ उठाने और विसर्जन के लिए कृत्रिम झीलों तथा समुद्र तट पर गहरे समुद्र में ऊंची प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए नावों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गणेशोत्सव को राजकीय उत्सव का दर्जा दिया है और इसे भव्य तरीके से मनाने के लिए विस्तृत योजना तैयार की है। पिछले वर्ष गणेशोत्सव मंडलों को दी गई सभी रियायतें इस साल भी जारी रहेंगी, लेकिन कानून का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
चूंकि इस वर्ष ईद-ए-मिलाद भी गणेशोत्सव के दौरान पड़ रही है, मुख्यमंत्री ने धार्मिक सौहार्द बनाए रखने और किसी भी तरह की कानून-व्यवस्था की स्थिति न बिगड़ने देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर की अनुमति की अवधि बढ़ाने के लिए न्यायालय के निर्देशों के अनुसार सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे।