ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसायटियों में दूषित पानी के कारण 150 से 200 लोग बीमार हो गए हैं। पानी की जांच में कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया पाया गया है। अधिकतर लोग डायरिया से ग्रस्त हैं और कई जगह हेल्थ कैंप भी लगाए गए हैं ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक ईको विलेज 1, अरिहंत आर्डेन, पंचशील हाइनिश और हवेलिया वैलेंसिया सोसायटी में दूषित पानी पीने से बड़ी संख्या में लोग बीमार हो गए हैं। अरिहंत आर्डेन में 100 से अधिक लोग डायरिया की चपेट में आ गए थे। इसके बाद सोसाइटी की एओए ने पानी के नमूने लेकर जांच करवाई, जिसके परिणाम बुधवार को आए। रिपोर्ट में पाया गया कि पानी में कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा बहुत ज्यादा है, इसके अलावा पानी का टीडीएस भी सामान्य से ज्यादा था। ईको विलेज 1 में भी दूषित पानी के कारण बुधवार को स्वास्थ्य कैंप लगाया गया, जिसमें 127 मरीज मिले। यहां के पानी की लैब में जांच में भी कोलीफॉर्म बैक्टीरिया पाया गया। इसके बाद बिसरख सीएचसी की टीम पंचशील हाइनिश सोसायटी में हेल्थ कैंप लगाने के लिए पहुंची। इसके बाद अरिहंत आर्डेन में भी कैंप लगाया जाएगा। इन घटनाओं के बाद 150 से 200 लोग बीमार हो गए हैं, लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी अब तक सक्रिय नहीं हुआ है। अरिहंत आर्डेन के एओए अध्यक्ष निशीथ चतुर्वेदी ने बताया कि सोसाइटी में 150 से 200 लोग दूषित पानी पीने से बीमार हुए हैं। उन्होंने कहा कि पानी की जांच पहले दो बार की गई थी और रिपोर्ट क्लियर थी, लेकिन फिर भी इस बार पानी में बैक्टीरिया पाया गया। लोकेश त्यागी, एओए के सेक्रेटरी ने कहा कि उन्होंने ग्रेनो प्राधिकरण को रिपोर्ट दी है, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। सोसाइटी की निवासी भारती जायसवाल ने कहा कि दूषित पानी के कारण लोग बीमार हो रहे हैं, लेकिन अधिकारी मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। लोग अब उबालकर पानी पी रहे हैं, और ब्रश भी उबले हुए पानी से कर रहे हैं। इस समस्या ने बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा प्रभावित किया है। पंचशील हाइनिश में भी 30 से अधिक परिवारों के लोग पेट दर्द, उल्टी और दस्त की चपेट में आ गए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, यहां 100 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं और संख्या बढ़ने की संभावना है। इस मामले की शिकायत दादरी विधायक तेजपाल नागर से भी की गई है। ईको विलेज 1 में पिछले 8 दिनों से दूषित पानी पीने के बाद 100 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि कई घर पर इलाज करवा रहे हैं। ग्रेनो प्राधिकरण द्वारा लिए गए पानी के सैंपल की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। पिछले साल भी, सुपरटेक ईको विलेज-2 सोसायटी में दूषित पानी पीने से सैकड़ों लोग बीमार हो गए थे। स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर लोगों की जांच की थी और पानी के सैंपल भेजे थे। जांच में ई-कोलाई बैक्टीरिया पाया गया था, जो पेट के लिए घातक होता है। इसके बाद बिल्डर प्रबंधन पर जुर्माना भी लगाया गया था
नोएडा की दो सोसाइटियों के पानी में डायरिया बैक्टीरिया मिला, सैकड़ों लोग प्रभावित
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ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसायटियों में दूषित पानी के कारण 150 से 200 लोग बीमार हो गए हैं। पानी की जांच में कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया पाया गया है। अधिकतर लोग डायरिया से ग्रस्त हैं और कई जगह हेल्थ कैंप भी लगाए गए हैं ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक ईको विलेज 1, अरिहंत आर्डेन, पंचशील हाइनिश और हवेलिया वैलेंसिया सोसायटी में दूषित पानी पीने से बड़ी संख्या में लोग बीमार हो गए हैं। अरिहंत आर्डेन में 100 से अधिक लोग डायरिया की चपेट में आ गए थे। इसके बाद सोसाइटी की एओए ने पानी के नमूने लेकर जांच करवाई, जिसके परिणाम बुधवार को आए। रिपोर्ट में पाया गया कि पानी में कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा बहुत ज्यादा है, इसके अलावा पानी का टीडीएस भी सामान्य से ज्यादा था। ईको विलेज 1 में भी दूषित पानी के कारण बुधवार को स्वास्थ्य कैंप लगाया गया, जिसमें 127 मरीज मिले। यहां के पानी की लैब में जांच में भी कोलीफॉर्म बैक्टीरिया पाया गया। इसके बाद बिसरख सीएचसी की टीम पंचशील हाइनिश सोसायटी में हेल्थ कैंप लगाने के लिए पहुंची। इसके बाद अरिहंत आर्डेन में भी कैंप लगाया जाएगा। इन घटनाओं के बाद 150 से 200 लोग बीमार हो गए हैं, लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी अब तक सक्रिय नहीं हुआ है। अरिहंत आर्डेन के एओए अध्यक्ष निशीथ चतुर्वेदी ने बताया कि सोसाइटी में 150 से 200 लोग दूषित पानी पीने से बीमार हुए हैं। उन्होंने कहा कि पानी की जांच पहले दो बार की गई थी और रिपोर्ट क्लियर थी, लेकिन फिर भी इस बार पानी में बैक्टीरिया पाया गया। लोकेश त्यागी, एओए के सेक्रेटरी ने कहा कि उन्होंने ग्रेनो प्राधिकरण को रिपोर्ट दी है, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। सोसाइटी की निवासी भारती जायसवाल ने कहा कि दूषित पानी के कारण लोग बीमार हो रहे हैं, लेकिन अधिकारी मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। लोग अब उबालकर पानी पी रहे हैं, और ब्रश भी उबले हुए पानी से कर रहे हैं। इस समस्या ने बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा प्रभावित किया है। पंचशील हाइनिश में भी 30 से अधिक परिवारों के लोग पेट दर्द, उल्टी और दस्त की चपेट में आ गए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, यहां 100 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं और संख्या बढ़ने की संभावना है। इस मामले की शिकायत दादरी विधायक तेजपाल नागर से भी की गई है। ईको विलेज 1 में पिछले 8 दिनों से दूषित पानी पीने के बाद 100 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि कई घर पर इलाज करवा रहे हैं। ग्रेनो प्राधिकरण द्वारा लिए गए पानी के सैंपल की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। पिछले साल भी, सुपरटेक ईको विलेज-2 सोसायटी में दूषित पानी पीने से सैकड़ों लोग बीमार हो गए थे। स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर लोगों की जांच की थी और पानी के सैंपल भेजे थे। जांच में ई-कोलाई बैक्टीरिया पाया गया था, जो पेट के लिए घातक होता है। इसके बाद बिल्डर प्रबंधन पर जुर्माना भी लगाया गया था