महोबा के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली एक महिला अपने काम के जुनून और जज्बे के चलते “बिजली बिल वाली दीदी” के नाम से चर्चित हो चुकी है। घर की दहलीज से निकलकर इस महिला ने महिला सशक्तिकरण की मिशाल पेश की है। घर-घर जाकर विद्युत उपभोक्ताओं से बिजली बिल जमा करा कर एक वर्ष में तकरीबन 50 लाख रुपए का राजस्व विभाग को दिया गया। जिसके बाद चर्चा में आई महिला को मिशन शक्ति के तहत जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। अन्य महिलाओं के लिए नजीर बनी “बिजली बिल वाली दीदी” शोहरत के साथ-साथ अपने काम के बलबूते अच्छा पैसा भी कमा रही हैं। हर कोई अब बिजली बिल वाली दीदी की प्रशंसा कर रहे हैं।
महोबा जनपद के कुलपहाड़ तहसील में आने वाले जैतपुर गांव की तंग गलियों में घर-घर पहुंचकर बिजली बिल निकाल कर बिलों को जमा करने का काम करने वाली पुष्पा देवी वर्ष 2020 में गंगा आजीविका समूह के माध्यम से विद्युत विभाग के लिए काम कर रही है। जहां वह विद्युत बिल संग्रहण एजेंट के तौर पर घर-घर जाकर लोगों के बिजली बिल मीटर अनुसार निकालती हैं और फिर उन बिलों को मौके पर ही जमा करने का काम करती हैं। जैतपुर में ही रहने वाले अटवल सिंह की पत्नी पुष्पादेवी ने समूह के माध्यम से इस काम की शुरुआत की। पहले तो उन्हें इस काम को करने में बड़ी झिझक और असहजता महसूस होती रही लेकिन धीरे-धीरे अपने काम के प्रति जुनून और लगन के चलते उन्होंने ऐसी पहचान पाई जिससे लोग उन्हें अब “बिजली बिल वाली दीदी” के नाम से जाने लगे हैं। बिजली बिल वाली दीदी जो ग्रामीण क्षेत्र में ही लोगो को बिल जमा करने के लिए जागरूक करने के साथ साथ उसके बिलों को जमा भी करती है। हाथ में एंड्रॉयड मोबाइल और उसमें पड़े विद विभाग के सॉफ्टवेयर के माध्यम से बिजली बिल निकालने के काम में उन्हें अब कोई दिक्कत नहीं होती तो वही विभाग के लोग भी उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं। यहीं वजह है कि जल्द ही ये ग्रामीण क्षेत्र में बिजली बिल वाली दीदी के नाम से ही मशहूर हो गई।
गांव में क्या बुजुर्ग क्या बच्चे और क्या नौजवान सब इन्हे बिजली बिल वाली दीदी के नाम से ही पुकारने लगे और ये नाम अब पुरे जनपद में चर्चित है। महोबा के जैतपुर गांव की पुष्पा देवी ने एक वर्ष में बिजली बिलों की उपभोक्ताओं से 50 लाख की राजस्व वसूली कर विभाग में जमा कराए हैं। दरअसल पुष्पा देवी समूह चलाती हैं। वे न केवल घर-घर जाकर मीटर रीडिंग लेती हैं, बल्कि बिल भी निकालती हैं। बिल वितरित करने के बाद बिल का भुगतान लेकर उसे विभाग में जमा भी करती हैं। उन्होंने बिल भुगतान का रेकॉर्ड 50 लाख रुपय राजस्व में जमा किया है। पुष्पा देवी के मन में कुछ करने की ललक थी। उनकी इच्छा थी कि अपने पैरों पर खड़ा हुआ जाए और कुछ ऐसा काम किया जाए जिससे लोगों से भी जुड़ाव बना रहे। तभी पुष्पा बिजली विभाग वालों के संपर्क में आईं। उन्होंने उपभोक्ताओं के बिल वसूल कर पैसा विभाग में जमा कराने और बदले में कमीशन देने की बात कही। जिसे पुष्पा ने चुनौती के रूप में स्वीकार कर लिया । पुष्पा देवी बताते है कि वो समूह के तहत काम कर रही है। शुरुआत मे उसे इस काम में थोड़ा असहज महसूस हुआ लेकिन अब वह इसे आसानी से कर रही है। और समूह की अन्य महिलाओं को भी इसके लिए जागरूक करती है। उपभोक्ताओं का बिजली का महीना पूरा होते ही घर-घर जाती हैं और मीटर रीडिंग के आधार पर बिल निकालती हैं। बिल थमाने के बाद उनसे बिल का भुगतान भी उपभोक्ताओं की सहूलियत के हिसाब से लेती जाती हैं। जिसे बाद में विभाग को जमा कर देती हैं। इस वर्ष 2023 में अब तक पुष्पा देवी ने उपभोक्ताओं से वसूली कर 50 लाख रुपए का राजस्व विभाग में जमा कराया है। जिससे इन्होंने भी बतौर कमीशन एक साल में ₹60 हजार रुपए मेहनताना कमाया है। जिसको लेकर आयोजित मिशन शक्ति कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पुष्पा देवी को सम्मानित भी किया जा चुका है।
पुष्पा देवी ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर पहुंचकर लोगों के दरवाजे में आवाज लगाकर विद्युत बिलो को जमा करने के लिए जागरूक करने का भी काम करती हैं उनके इस कार्य से गांव में रहने वाली अन्य महिलाएं भी प्रभावित हैं और वह बिजली बिल वाली दीदी जमकर प्रशंसा कर रही हैं। विद्युत उपभोक्ता सुविधा वर्मा, सुमन बताती है कि बिजली बिल वाली दीदी के घर-घर आने से उन्हें बड़ी सहूलियत मिल रही है ना उन्हें अब विद्युत विभाग जाना पड़ता है और ना ही बिल जमा करने के लिए लाइन पर लगना पड़ता है, बल्कि घर पर ही उनके बिल जमा हो जाते हैं यह सिर्फ बिजली बिल वाली दीदी की बदौलत संभव हुआ है।
खास बात तो यह है कि पुष्पादेवीं ने विभाग को जो राजस्व दिलाया उसके बदले में उन्हें विभाग से कमीशन के रूप में लगभग 60 हजार रुपए कमाए हैं। पुष्पा को मिली इस सफलता में वे गांववासियों और परिवार के सहयोग को बताना नहीं भूलती तो वहीं ग्रामीण भी यशोदा की इस क़ाबलियत के कायल हो गए है। विद्युत उपभोक्ता सुरेश और प्रमोद गुप्ता बिजली बिल वाली दीदी की काबिलियत की प्रशंसा कर रहे हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में घूंघट में रहने वाली महिलाएं भी अब घरों की दहलीज से बाहर निकलकर पुरुषों के बराबर काम कर रही हैं। जैतपुर के विद्युत विभाग के कैशियर तीरथ बताते हैं कि पुष्पा देवी के विभाग में जुड़ने के बाद से विद्युत बिल घर-घर जाकर निकालना और जमा करने के काम में काफी आसानी हुई है जो लोग विभाग जाकर बिल जमा नहीं कर पा रहे थे अब उनके बिल भी समय से जमा हो रहे हैं। जिससे विभाग को भी राजस्व समय से मिल पा रहा है।