कानपुर में माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रकरण में सोमवार देर रात कर्नलगंज पुलिस ने डीआईओएस की तहरीर पर कथित नौ शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कर लिया। इधर डीआईओएस अरुण कुमार ने नौकरी पा चुकी दो शिक्षिकाओं की सेवाओं को भी समाप्त कर दी है।
डीआईओएस की तहरीर पर कर्नलगंज थाने में वाराणसी की रिक्षा पांडेय, मिर्जापुर की विनीता देवी, प्रयागराज के विनय सिंह, मेरठ के विनीत चौधरी चौहान, सितापुर के अरविंद सिंह यादव, प्रयागराज के स्वाति द्विवेदी, मिर्जापुर के आशीष कुमार पांडेय, मुजफ्फर नगर के नितिन कुमार, मेरठ की ज्योति यादव पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस इन लोगों की तलाश में छापेमारी भी शुरू कर दी है।
आखिर यह ईमेल कहा से आई, ईमेल भेजने वाला कौन है, इसके पीछे कौन मास्टरमाइंड है। इसके अलावा शिक्षक भर्ती के समय उनका सत्यापन क्यों नहीं किया गया। आखिर बिना सत्यापन में उन्हें नौकरी क्यों ज्वाइन कराई गयी।
कर्नलगंज एसीपी महेश कुमार ने बताया कि अभी नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इन लोगों की गिरफ्तारी होने के बाद ही सही मामला खुल पायेगा। किसी एक व्यक्ति के हाथ लगने के बाद पता चलेगा कि आखिर इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड कौन है।
सभी का सवाल है कि चार माह पूर्व सेवानिवृत्त हुए डीआईओएस के समय ही यह पूरा प्रकरण हुआ है। सभी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पत्र आया और फिर दो को ज्वाइन भी करा दिया गया। इसके अलावा उनके ऑफिस में तैनात बाबुओं पर भी शक की सुई धूम रही है। मंगलवार को कर्नलगंज पुलिस, ऑफिस के बाबुओं से पूछताछ कर सकती है।