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दीपावली 2025 में कुंडली, सोनीपत और पानीपत में प्रॉपर्टी खरीदने का सबसे अच्छा समय : Pranav Sharma

PRANAV SHARMA
HARYANA : जब भारत दिवाली 2025 मनाने की तैयारी कर रहा है, जो पारंपरिक रूप से समृद्धि और नई शुरुआत का त्योहार है, तो रियल एस्टेट विशेषज्ञ कुंडली-सोनीपत-पानीपत क्षेत्र को नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) में निवेश के लिए सबसे आशाजनक कॉरिडोर में से एक बता रहे हैं। मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, औद्योगिक विस्तार और किफायती दरों के कारण, यह क्षेत्र अंत-उपयोगकर्ताओं और दीर्घकालिक निवेशकों दोनों के लिए दशक में एक बार मिलने वाला अवसर माना जा रहा है।

मुख्य सारांश: दिवाली 2025 क्यों है खास?
कुंडली और उसके आस-पास के इलाकों में निवेश के लिए चार मुख्य कारण हैं:

कनेक्टिविटी में क्रांति – कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे पूरी तरह से चालू है, जबकि दिल्ली-पानीपत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) और दिल्ली मेट्रो के विस्तार से आवागमन का समय काफी कम हो जाएगा।

औद्योगिक विकास – मारुति सुजुकी का IMT खरखोदा प्लांट, गन्नौर में इंडिया इंटरनेशनल हॉर्टिकल्चरल मार्केट (IHM) और राजीव गांधी एजुकेशन सिटी जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स से हाउसिंग की मांग बढ़ेगी।

दिल्ली NCR की तुलना में किफायती – कुंडली में प्रॉपर्टी की कीमतें अभी भी गुरुग्राम और नोएडा से 80% सस्ती हैं, जिससे निवेशक कम कीमत में बड़ी प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं।

लंबी अवधि में कीमत बढ़ने की संभावना – मेट्रो की घोषणा के बाद ज़मीन और फ्लैट की कीमतें पहले ही दोगुनी हो गई हैं, जिससे पता चलता है कि लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर विकास से कीमत में और भी बढ़ोतरी हो सकती है।

हालांकि प्रोजेक्ट में देरी और डेवलपर से कानूनी विवाद का खतरा बना हुआ है, लेकिन विश्लेषकों का मानना ​​है कि दिवाली 2025 प्रॉपर्टी खरीदने वालों के लिए एक अच्छा समय है, जो अच्छी कीमत और लंबी अवधि में कीमत वृद्धि चाहते हैं।

कुंडली का बदलाव: खेतों से ‘न्यू-न्यू दिल्ली’ तक
कभी शांत और खेती-प्रधान कस्बा रहा कुंडली (सोनीपत जिला) अब एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र बन गया है। यह दिल्ली की सीमा से सिर्फ 2.5 किमी और कनॉट प्लेस से 31 किमी की दूरी पर है।

NH-44 (दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे) पर स्थित और एक्सप्रेसवे से घिरा कुंडली अब बाईपास नहीं, बल्कि उत्तर दिल्ली के शहरी विस्तार का प्रवेश द्वार बन गया है।

अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो हमारे पास आपके लिए निवेश के लिए बेहतरीन प्रोजेक्ट हैं:

नीओलिव, जिंदल रियलिटी, वन प्रस्थ, ओरियन सिटी, ट्राइडेंट, गोदरेज

(ट्रेवॉक) सबसे बड़े टाउनशिप के साथ आ रहा है…

कनेक्टिविटी: गेम चेंजर
KMP और EPE एक्सप्रेसवे – पूरी तरह से चालू, कुंडली को लॉजिस्टिक्स का केंद्र बना रहे हैं।

दिल्ली-पानीपत RRTS (नमो भारत) – काम जनवरी 2025 में शुरू हुआ; ~2030 तक पूरा होने पर, दिल्ली से पानीपत का सफर 60 मिनट से भी कम समय में हो जाएगा।

प्रस्तावित दिल्ली मेट्रो विस्तार – इससे यात्रा का समय घटकर 30 मिनट रह जाएगा, जिससे कुंडली दिल्ली का एक महत्वपूर्ण उपनगर बन जाएगा।

ऑर्बिट रेल कॉरिडोर (2026) – पलवल और सोनीपत को खरखौदा के औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ेगा।

बाज़ार पर असर: मेट्रो विस्तार की घोषणा के तुरंत बाद, ज़मीन की कीमतें 40,000 रुपये से बढ़कर 80,000 रुपये प्रति वर्ग यार्ड हो गईं, जिससे पता चलता है कि परिवहन परियोजनाएं सीधे संपत्ति की कीमत बढ़ाती हैं।

आर्थिक कारक: नौकरियां कैसे हाउसिंग को बढ़ावा देती हैं
IMT खरखोदा (मारुति सुजुकी प्लांट) – फरवरी 2025 से चालू; 2.5 लाख कार/वर्ष की क्षमता और 40 से अधिक सहायक इकाइयाँ → आवासीय मांग बहुत ज़्यादा।

इंडिया इंटरनेशनल हॉर्टिकल्चरल मार्केट (IHM), गन्नौर – ₹2,595 करोड़ का कृषि-लॉजिस्टिक्स हब, जो व्यापारियों और कॉर्पोरेट को आकर्षित करता है।

राजीव गांधी एजुकेशन सिटी – 5,000 एकड़ का कैंपस जिसमें NIFTEM और DCRUST जैसे विश्वविद्यालय हैं → छात्रों और फैकल्टी से किराये की लगातार मांग।

कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउसिंग हब – हरियाणा-पंजाब के कृषि क्षेत्र और दिल्ली की खपत की मांग का लाभ उठाता है।

रियल एस्टेट मार्केट की झलक – दिवाली 2025
दिवाली 2025 तक, कुंडली-सोनीपत-पानीपत NCR का सबसे आकर्षक रियल एस्टेट कॉरिडोर बनने जा रहा है, जिसे मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट, औद्योगिक विकास और किफायती दामों ने बढ़ावा दिया है। दिल्ली की सीमा से सिर्फ 2.5 किमी और कनॉट प्लेस से 31 किमी की दूरी पर रणनीतिक रूप से स्थित कुंडली, चालू KMP एक्सप्रेसवे, आने वाले दिल्ली-पानीपत RRTS और प्रस्तावित दिल्ली मेट्रो विस्तार से लाभान्वित हो रहा है, जो आवागमन का समय कम करेगा और कनेक्टिविटी बढ़ाएगा। मारुति सुजुकी का IMT खरखोदा प्लांट, गन्नौर में इंडिया इंटरनेशनल हॉर्टिकल्चरल मार्केट और राजीव गांधी एजुकेशन सिटी जैसे आर्थिक कारक आवासीय और किराये की मांग को बढ़ावा दे रहे हैं।

अपार्टमेंट के लिए ₹4,400-₹5,500 प्रति वर्ग फुट और प्लॉट के लिए ₹12,500-₹80,000 प्रति वर्ग गज की कीमतें गुड़गांव और नोएडा की तुलना में लगभग 80% सस्ती हैं, जो इसे निवेशकों और अंत-उपयोगकर्ताओं के लिए एक आदर्श निवेश स्थल बनाता है।

किराये की आय आकर्षक है, जिसे दिल्ली जाने वाले छात्र, औद्योगिक कर्मचारी और पेशेवर लोग समर्थन देते हैं। प्रोजेक्ट में देरी, अधिक आपूर्ति और डेवलपर विवाद जैसे जोखिम होने के बावजूद, विशेषज्ञ DLF, गोदरेज और ओमैक्स जैसे प्रतिष्ठित डेवलपर्स पर ध्यान देने और 5-10 साल के दीर्घकालिक निवेश की सलाह देते हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर से विकास और बढ़ती मांग के साथ, कुंडली-सोनीपत को “न्यू-न्यू दिल्ली” कहा जा रहा है, जो इस तेजी से बदलते बाजार में संपत्ति खरीदने के लिए दिवाली 2025 को सही समय बनाता है।

तुलनात्मक लाभ: कुंडली बनाम एनसीआर
कुंडली: औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स के लिए बेहतरीन, गुड़गांव से 80% सस्ता, मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर।

गुड़गांव: कॉर्पोरेट/आईटी हब, प्रीमियम कीमत (40,000-80,000 रुपये प्रति वर्ग यार्ड प्लॉट), लेकिन मार्केट सैचुरेटेड।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट: किफायती, आईटी के लिए अच्छा, लेकिन सप्लाई ज़्यादा होने का खतरा।

सोहना: सड़क से जुड़ा विकास, सामाजिक इंफ्रास्ट्रक्चर धीमा।

निष्कर्ष: एनसीआर में कुंडली में कीमत और इंफ्रास्ट्रक्चर का अनुपात सबसे अच्छा है।

रिस्क और चुनौतियाँ
प्रोजेक्ट में देरी – KMP में 16 साल लगे; RRTS 2030 में पूरा होने की उम्मीद है, लेकिन इसमें देरी हो सकती है।

डेवलपर की समस्याएं – TDI सिटी जैसे केस निवेशकों को याद दिलाते हैं कि वे ज़मीन के टाइटल और RERA स्टेटस ज़रूर चेक करें।

ओवरसप्लाई – पहले कम रिटर्न (साल में 6-10%) की वजह ज़्यादा इन्वेंटरी थी।

रोकथाम: तैयार प्रॉपर्टी या जाने-माने ब्रांडेड डेवलपर्स जैसे नियोलिव, जिंदल रियलिटी, वन प्रस्थ, ओरियन सिटी, ट्राइडेंट, गोदरेज और ट्रेवॉक चुनें।

और 5-10 साल का टाइमलाइन रखें।

विशेषज्ञों की सलाह – दिवाली 2025 के खरीदारों के लिए
अंत-उपयोगकर्ता: भरोसेमंद डेवलपर्स से तैयार फ्लैट या प्लॉट चुनें; स्कूल, अस्पताल और मेट्रो लाइन के पास रहने की सुविधा पर ध्यान दें।

निवेशक / NRI / HNI: लंबे समय में कैपिटल गेन के लिए RRTS कॉरिडोर और IMT खरखोदा के पास लैंड बैंकिंग या टाउनशिप प्लॉट में निवेश करें।

किराए से कमाई चाहने वाले खरीदार: लगातार कैश फ्लो के लिए राजीव गांधी एजुकेशन सिटी या औद्योगिक क्षेत्रों के पास निवेश करें।

अंतिम शब्द
इस दिवाली, जहाँ सोना और शेयर अभी भी आकर्षक हैं, वहीं कुंडली-सोनीपत रियल एस्टेट एक ठोस, लंबे समय का निवेश विकल्प है। कीमतें अभी भी उचित हैं, इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट चल रहे हैं और आर्थिक गतिविधियाँ भी बढ़ रही हैं, इसलिए 2025-2030 शुरुआती निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका हो सकता है।

जो लोग धैर्य के साथ सावधानी से काम करते हैं, उनके लिए कुंडली अगले दशक में ‘न्यू-नई दिल्ली’ बन सकता है।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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