Report By : ICN Network
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नोएडा में तीन बड़े रियल एस्टेट बिल्डरों के कार्यालयों और परिसरों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई लगभग 12,000 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की जांच के तहत की गई है, जिसमें निवेशकों और घर खरीदारों से अवैध तरीके से धन एकत्र करने का आरोप है।
ED ने जयपे इंफ्राटेक, गौरसन्स, गुलशन, महागुन और सुरक्षा रियल्टी जैसी कंपनियों के परिसरों में छापेमारी कर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। जांच में पता चला है कि इन कंपनियों ने समय पर परियोजनाएं पूरी नहीं कीं और धन को विदेशों में निवेश किया तथा शेल कंपनियों के माध्यम से संपत्तियां खरीदीं। साथ ही, आरोपियों के बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए गए हैं।
यह छापेमारी दिल्ली-एनसीआर और मुंबई के 15 अलग-अलग स्थानों पर की गई है। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोपों के तहत जांच शुरू कर दी है और आगे भी कठोर कार्रवाई करने की योजना बना रहा है।
इस मामले से साफ हो जाता है कि रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेशकों और घर खरीदारों के साथ धोखाधड़ी के मामलों में अब कड़ी नजर रखी जा रही है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि ऐसे मामलों में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।