कंपनी का करार खत्म, कर्मचारियों ने मांगा पंजीकरण का पैसा
विद्युत निगम को मैनपावर कंपनी की आपूर्ति करने वाली कंपनी ग्लोबलटच प्राइवेट लिमिटेड का करार खत्म हो चुका है। लेकिन तयशुदा मसौदे के तहत संविदा कर्मचारियों को पंजीकरण की राशि वापस नहीं की गई। कर्मियों का आरोप है कि नई कंपनी भी 2500 से तीन हजार की पंजीकरण राशि मांग रही है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम अस्थायी मजदूर संघ ने इस मामले में निदेशक ईशा दुहन से मामले में हस्तक्षेप कर संविदा कर्मचारियेां के हितों का ध्यान रखने की मांग की है।विद्युत निगम में मैन पावर सप्लाई का काम अब तक ग्लोबलटच प्राइवेट लिमिटेड कंपनी संभाल रही थी। कर्मचारियों का आरोप है कि इस कंपनी ने साल 2023 में काम संभालते ही 500-500 रुपये प्रति कर्मचारी पंजीकरण के नाम पर वसूला था। इसके बदले में वर्दी, बोनस, ज्वाइनिंग लेटर देने के साथ करार खत्म हो जाने पर पंजीकरण राशि को वापस करने की बात कही गई थी। लेकिन करार खत्म होने के बाद इस कंपनी ने न तो पंजीकरण की राशि लौटाई न ही किसी प्रकार की सुविधाएं दी। अब नई कंपनी उर्मिला इंटरप्राइजेज को मैनपावर आपूर्ति का काम सौंपा गया है। यह कंपनी अब संविदा कर्मचारियों से 2500 से 3000 रुपये पंजीकरण राशि की मांग कर रही है।संघ के अध्यक्ष नीतिन मलिक ने निदेशक ईशा दुहन से मांग की है कि रजिस्ट्रेशन के नाम पर ली ई फीस को कंपनी के अधिकारियों द्वारा मौखिक व लिखित रूप में अनुबंध खत्म होने पर वापस दिलाने का आश्वासन दिया था, लेकिन कंपनी से पैसा वापस नहीं दिलाया गया। वर्तमान में मेरठ मंडल के अर्तगत सहारनपुर जोन, मुरादाबाद जोन, नोएडा जोन व रामपुर जिला में उर्मिला इंटरप्राइजेज का अनुबंध हुआ है। यह कंपनी भी पंजीकरण के नाम पर कर्मचारियों से 2500 से 3000 रुपये पंजीकरण के नाम पर मांग रही है। यह पूरी तरह से अनुचित हैं। 10 हजार रूपये प्रति माह कमाने वाला संविदाकर्मी 3000 हजार रुपये दे देगा तो उसकी आर्थिक स्थिति बिगड़ जाएगी। इस समस्या को त्रिपक्षीय बैठक के माध्यम से समाधान कराया जाए।