पंजाब से किसानों का दिल्ली कूच शुरू हो गया है। चंडीगढ़ में हुई मीटिंग में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गारंटी कानून और कर्ज माफी पर सहमति नहीं सकी। किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने कहा है- सरकार किसानों की मांगों को लेकर संजीदा नहीं है। उनके मन में शहायद खोट है। वह सिर्फ टाइम पास करना चाहती है। हम सरकार के प्रस्ताव पर विचार करेंगे, लेकिन आंदोलन पर कायम हैं।
उधर, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि बातचीत के जरिए सब बातों का हल निकलना चाहिए। कुछ ऐसे मामले हैं, जिन्हें सुलझाने के लिए कमेटी बनाने की जरूरत है।आंदोलन को देखते हुए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की बॉर्डर सील हैं। हरियाणा के 7 और राजस्थान के 3 जिलों में इंटरनेट बंद है। 15 जिलों में धारा 144 लागू है। हरियाणा और दिल्ली की सिंघु-टीकरी बॉर्डर, यूपी से जुड़ा गाजीपुर बॉर्डर सील हैं। दिल्ली में भी कड़ी बैरिकेडिंग है। यहां एक महीने के लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई है। भीड़ जुटने और ट्रैक्टर्स की एंट्री पर रोक लगा दी गई है।हरियाणा से सेट दिल्ली बॉर्डर के पास किसानों को रोकने का पूरा प्रयास किया जा रहा है उन पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए तो इसके साथ ड्रोन से निगरानी भी रखी जा रही है।