कानपुर में समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई पुलिस के सामने दंडवत हो गए। दरअसल पूरा मामला 11 अप्रैल से जुड़ा हुआ है जब ईद की नमाज हो रही थी तभी सपा नेता सम्राट यादव की बहस पुलिस से हो गई थी। इसका विरोध प्रदर्शन करने के लिए सपा विधायक और गठबंधन के प्रत्याशी पनकी थाने पहुंचे थे। पुलिस से तीखी झड़प भी हुई थी जिस पर पुलिस ने 200 से अधिक अज्ञात कार्यकर्ताओं और सपा विधायक व गठबंधन के प्रत्याशी आलोक मिश्रा के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डाले जाने का मुकदमा दर्ज किया था।
अमिताभ बाजपेई ने आज पनकी स्थित हनुमान मंदिर के दर्शन किए और वहां से दंडवत पनकी थाने जाने के जिद करने लगे। इसी दौरान पनकी पुलिस एसीपी पनकी वहां पहुंचे और उन्हें थाने जाने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन सपा के विधायक पुलिस के सामने जमीन पर वहीं दंडवत हो गए। सपा विधायक ने मांग की है कि अगर अपने कार्यकर्ता के लिए थाने में जाकर बात करना अपराध है। क्या थाने के अंदर जाने के लिए परमिशन लेनी होगी। इस पूरे मामले की जांच निष्पक्ष कराई जाए और मुकदमा वापस लिया जाए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जब तक आचार संहिता लागू है तब तक वह कुछ नहीं करेंगे लेकिन चुनाव के बाद इस मामले को लेकर बड़ा आंदोलन भी करेंगे।