प्रदेश के एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने कहा कि मेले में आखिरी दिन एक लाख से अधिक दर्शक पहुंचे। जिसे मिलाकर पांच दिनों में 5.07 लाख दर्शक पहुंचे हैं। इनमें 1.40 लाख बी-2-बी खरीदार शामिल रहे। जबकि 3,66,364 अन्य लोग है। 85 देशों के 525 विदेशी खरीदार भी मेले में पहुंचे। उनके साथ 31 हजार से अधिक बी-2-बी बैठकें हुई। इनमें रूस की 30 कंपनियों के साथ 111 बैठकें शामिल हैं। विदेशी खरीदारों के साथ 2680 करोड़ रुपये के 3900 एमओयू हुए है। जबकि ट्रेड शो में 12500 करोड़ के कारोबार होने का अनुमान हैं।
उन्होंने बताया कि रूस की कंपनियों ने ऊर्जा, मैन्युफैक्चरिंग, अवसंरचना, एफएमसीजी, आईटी व डिजिटल सॉल्यूशंस, फार्मा, फूड प्रोसेसिंग, पर्यटन और पशुपालन क्षेत्रों में 90 से अधिक भारतीय एमएसएमई व निर्यातकों से मुलाकात की। बैठकों में डिफेंस व एयरोस्पेस, वित्तीय सेवाएं, आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स, एमएसएमई व्यापार और शिक्षा जैसे क्षेत्र पर चर्चा हुई। कुल 17 नॉलेज सत्र का आयोजन हुआ। फियो के पदाधिकारियों ने बताया कि मेले में ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, यूनाइटेड किंग्डम, यूएई (दुबई), नेपाल, भूटान, श्रीलंका, केन्या और युगांडा आदि देशों के खरीदार पहुंचे। सबसे अधिक ऑर्डर यूरोप, अफ्रीका व अन्य देशों से मिले हैं। मंत्री राकेश सचान ने कहा कि पिछले दो साल के ट्रेड शो से इस बार का आयोजन अधिक भव्य रहा है। इस बार की खामियों को दूर कर अगले वर्ष और बड़े स्तर पर आयोजन होगा आखिरी दिन ओडीओपी उत्पाद की जमकर हुई खरीदारी ट्रेड शो के आखिरी दिन सोमवार को हॉल नंबर 9 में ओडीओपी स्टॉल पर रही। यहां एग्जीबिटर्स ने उत्पादों पर छूट दी। जिस कारण स्टॉल पर खरीदारों की भीड़ जमा रही। दोपहर से लेकर रात 8 बजे तक लोगों ने खरीदारी की। सबसे अधिक भीड़ टेक्सटाइल्स और खाने-पीने के उत्पाद वाले स्टॉल पर रही। आयोजकों ने भी एग्जीबिटर्स से 8 बजे तक स्टॉल लगाने को कहा था। वहीं लोगों ने आखिरी दिन प्रदेश के विभिन्न जिलों के व्यंजनों का स्वाद चखा।