जिले में यमुना का पानी मंगलवार शाम को तटबंध तक पहुंच गया। कई जगह 5 से 10 फीट तक पानी बढ़ गया है। इससे नोएडा से लेकर जेवर तक हजारों बीघा जमीन पर खड़ी फसल डूब गई है। सेक्टर-150 व अन्य जगहों पर फार्महाउसों में पानी भर गया है। ऐसे में वहां रहने वाले मजदूरों और अन्य लोगों ने सामान लेकर पुश्ते पर डेरा डाल दिया है। वहीं, तहसील के साथ एनडीआरएफ टीम को अलर्ट किया गया है। तीनों तहसील की टीमें लगातार भ्रमण कर स्थिति पर नजर रख रही हैं। प्रशासन का कहना है कि जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।
दरअसल, हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ने से दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को छू गया है। इस कारण ओखला बैराज से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। ऐसे में जिले में यमुना का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इससे डूब क्षेत्र के साथ-साथ आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। डूब क्षेत्र की फसलें डूब गईं हैं और कई फार्महाउसों में भी पानी घुस गया है। सेक्टर-150 में 10 से अधिक फार्महाउसों में पानी घुस गया है। पानी बढ़ने पर तीनों तहसीलों की टीमें यमुना के साथ-साथ हिंडन और अन्य नालों पर भी नजर रखी जा रही है, ताकि यमुना के कारण हिंडन और नालों से शहर में पानी को आने से रोका जा सके। सभी 12 बाढ़ चौकियों को सक्रिय किया गया है।