Report By : Ankshree (ICN Network)
फिल्म इंडस्ट्री के सबसे दमदार एक्टर्स नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने एक नए इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो कभी एक्टिंग वगैरह कर पाएंगे। जब वो कामयाब नहीं थे तो उन्हें हकलाने की भी समस्या थी जो सक्सेस मिलने के साथ दूर होती गई। लेकिन अब भी कभी-कभी गुस्से में ये समस्या वापस लौट आती है। दरअसल, अनफिल्टर्ड विद समदीश यूट्यूब चैनल से बातचीत करते हुए नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने जीवन के कई पहलुओं पर खुलकर बात की। जब उनसे सवाल किया गया कि क्या उन्हें इंडस्ट्री में उतनी इज्जत मिलती है, जितनी मिलनी चाहिए? तो नवाज ने तुरंत कहा, ‘औकात से ज्यादा मिली।’
नवाज ने आगे ये भी बताया कि ‘जिस जगह से हूं मैं वेस्टर्न यूपी में, वहां पे दूर-दूर तक ये सब पॉसिबल नहीं था… मैंने कभी नहीं सोचा था कि कभी इस तरह की चीजें कर पाऊंगा, क्योंकि थोड़ा आलसी था, ट्यूबलाइट था। बहुत ज्यादा स्टैमर (हकलाना) करता था और देर से चीजें समझ आती हैं।’
कुछ लोगों से मिला काफी प्यार
नवाजुद्दीन ने बताया कि इंडस्ट्री में कुछ लोगों से उन्हें बहुत प्यार मिला, जैसे ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ डायरेक्टर अनुराग कश्यप से। लेकिन वो गले लगाने या और किस तरीके से जताने में यकीन नहीं करते और इसीलिए इस प्यार को कभी सामने से कह नहीं पाते। उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें एक्टिंग करने से प्यार है लेकिन वो किसी से काम मांगने नहीं जा सकते। मेरे पास कल को काम-वाम न रहा तो, मेरे अंदर इतनी भी कुव्वत नहीं है कि मैं किसी के पास जाकर काम मांग सकूं। मैं आकर आपसे बोलूं कि मुझे काम दो? मैं नहीं मांग सकता।
घर बेच के बना लूंगा फिल्म
आगे कहा कि काम मांगने में कमतर महसूस होता है, ऐसा कुछ नहीं है। लेकिन वो ये कर ही नहीं सकते। नवाजुद्दीन ने कहा, मैं काम मांगने नहीं जाऊंगा। मैं अपना घर बेच के, सारी चीजें बेच के फिल्म बना लूंगा। मैं जूते बेचकर फिल्में बना लूंगा। जो मेरे पास चीजें हैं सब निछावर कर दूंगा फिल्म बनाने में। एक्टिंग करना इम्पोर्टेन्ट है, जरूरी नहीं है कि फिल्मों में करो. मैं सड़क पर कर लूंगा, मैं ट्रेन में करूंगा, मैं बस के ऊपर कर लूंगा।