कुछ लोगों ने प्रशासन की चेतावनी के बाद अपने मकान और दुकानों के आगे का अवैध निर्माण खुद ही तोड़ दिया, जबकि शेष अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया गया। इस जमीन पर अब नाले का निर्माण शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों की सख्त कार्रवाई
उप-जिलाधिकारी जेवर अभय कुमार सिंह ने बताया कि पब्लिक इंटर कॉलेज से चामुंडा मंदिर मोड़ तक, महाराणा प्रताप चौक के पास, सिंचाई विभाग की करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा कर दुकानें बना ली गई थीं। नोटिस के बाद कुछ दुकानदारों ने खुद निर्माण हटा लिया, जबकि बाकी अवैध कब्जों को जेसीबी से ध्वस्त किया गया। जल निकासी के लिए शुरू हुआ निर्माण कार्य
सिंचाई विभाग के अनुसार, कई लोग अब भी अवैध निर्माण हटाने में लगे हैं। मुक्त कराई गई जमीन सिंचाई विभाग को सौंप दी गई है, और कस्बे के लोगों की सुविधा के लिए यहां नाले का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी जमीन पर किसी भी तरह का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।