Report By : ICN Network
गौतम बुद्ध नगर, 24 जुलाई 2025 — कलेक्ट्रेट कार्यालय, ग्रेटर नोएडा में आज जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ भूगर्भ जल अधिकारी अंकिता राय भी मौजूद रहीं, जिन्होंने अब तक की प्रगति पर विस्तार से जानकारी साझा की।
अधिकारी अंकिता राय ने बताया कि विभागीय पोर्टल पर कुल 58 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 29 को मंजूरी दी गई है, 12 को अस्वीकृत कर दिया गया है, जबकि 2 आवेदनों को राज्य प्राधिकरणों के पास अग्रसारित किया गया है। शेष 15 मामलों में संबंधित प्राधिकरणों से रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद स्तर पर गठित टास्क फोर्स सुनिश्चित करे कि जिन इकाइयों को भूगर्भ जल उपयोग हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी किए गए हैं—जैसे औद्योगिक, वाणिज्यिक, इंफ्रास्ट्रक्चर और समूह आवास परियोजनाएं—उनमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण कराया गया है या नहीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इन इकाइयों द्वारा जल पुनर्भरण संबंधी कोई प्रयास नहीं किए गए हैं, तो उनके NOC रद्द किए जाएं।
वर्तमान मानसून को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने भूगर्भ जल विभाग को निर्देशित किया कि वे सभी रेजिडेंशियल सोसाइटी, सरकारी कार्यालयों, अपार्टमेंट परिसरों और उच्च भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की कार्यशीलता की समीक्षा करें। उन्होंने यह भी कहा कि जो संस्थान या इकाइयाँ आवश्यक रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर रही हैं, उनके विरुद्ध आर्थिक दंड की कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी वर्मा ने इस बात पर विशेष बल दिया कि जनपद में कहीं भी अवैध रूप से भूगर्भ जल का दोहन न हो, इसके लिए विशेष अभियान चलाकर सघन निरीक्षण किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने जल संरक्षण के महत्व को आम नागरिकों तक पहुँचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने का भी निर्देश दिया।
बैठक में नोएडा प्राधिकरण, सिंचाई विभाग एवं अन्य संबद्ध विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। यह बैठक जिले में भूगर्भ जल संरक्षण और सतत उपयोग को सुनिश्चित करने की दिशा में एक निर्णायक कदम के रूप में देखी जा रही है।