दो नवंबर से हरियाणा ओलंपिक की शुरुआत होने जा रही है, जिसमें राज्य के सभी जिलों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। इस प्रतियोगिता के लिए जिले के तीरंदाजी खिलाड़ियों ने तैयारियों की शुरुआत कर दी है। युवा खिलाड़ी दिन-रात अभ्यास कर रहे हैं ताकि हरियाणा का नाम रोशन कर सकें।
प्रशिक्षक कपिल ने बताया कि आर्चरी सिर्फ तीर चलाने का खेल नहीं है, इसमें मानसिक एकाग्रता, तकनीक और धैर्य की जरूरत होती है। हमारे जिले के खिलाड़ी इन सभी गुणों पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य सिर्फ मेडल जीतना नहीं, बल्कि हरियाणा का सम्मान बढ़ाना है। हमने खिलाड़ियों के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य तय किए हैं। जैसे एक सत्र में छह में से पांच शॉट सीधे निशाने पर लगाना। धीरे-धीरे यह लक्ष्य पूरा हो रहा है और खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ रहा है। जिले के खिलाड़ियों ने इस प्रतियोगिता के लिए तकनीक, शारीरिक फिटनेस और मानसिक तैयारी पर विशेष ध्यान दिया है। तीरंदाजी की स्पर्धा तीन और चार नवंबर को फरीदाबाद के मैदान में आयोजित होगी, जहां हरियाणा के विभिन्न जिलों के युवा भाग लेंगे।