पूरा परिवार मूर्तियों को संवारने में जुटा नजफगढ़ के नंगली डेयरी के पास स्थित मूर्ति बना रहे मूर्तिकार भोले ने बताया कि गणपति बप्पा की मूर्ति में हर बार की तरह इस बार भी इको-फ्रेंडली गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां की मांग है। चार इंच तक की मूर्तियां तैयार की गई हैं। इनकी कीमत तीन सौ रुपये से 100-500 रुपये के बीच में है। विभिन्न प्रकार की मिट्टी के साथ नारियल के बुरादे को मिलाकर मूर्तियां तैयार की जा रही है। सदर बाजार में एक अन्य दुकानदार हरि सिंह ने बताया, इको-फ्रेंडली मूर्तियां न केवल पूजन योग्य हैं, बल्कि जल स्रोतों को प्रदूषित होने से भी बचाती हैं।
गिफ्ट आइटम्स की मांग भी चरम पर
दिवाली का पर्व नजदीक आते ही दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में रौनक लौट आई है। दुकानदारों का कहना है कि इस बार बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर हो रही है। विशेष रूप से रंगोली के सामान, सजावटी लाइट्स और पूजा सामग्री की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है। गिफ्ट आइटम्स की मांग भी चरम पर है। लोग दोस्तों, रिश्तेदारों और सहकर्मियों को देने के लिए सूखे मेवे, मिठाइयों के डिब्बे, इलेक्ट्रॉनिक गिफ्ट्स और डेकोरेटिव आइटम्स खरीद रहे हैं। मॉल्स और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में भी विशेष छूट और ऑफर्स ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं।