यूपी के सुल्तानपुर में नौ बरस पहले वृक्षारोपण से सामाजिक सेवा के क्षेत्र से समाजसेवा की शुरुआत करने वाले ‘अभिषेक सिंह’ जिले नहीं प्रदेश में भी पहचान के मोहताज नहीं रहे। युवा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित किया है। उन्हें 50 हजार का चेक प्रदान किया गया। उनकी इस उपलब्धि से समूचा जिला गदगद है।लंभुआ कोतवाली अंतर्गत तेरये गांव के अभिषेक सिंह साल 2015 में ग्रेजुएशन की शिक्षा के लिए शहर आए। यहां केएनआई में दाखिले के बाद उनकी मुलाकात डॉ. सुशील सिंह से हो गई।
जुलाई-अगस्त के महीने में अभिषेक ने उनके साथ घूम-घूम कर स्कूलों, श्मशान व कब्रिस्तान में वृक्षारोपण किया। अभिषेक को समाजसेवा के मार्ग पर लेकर चले सुशील सिंह ने भी शायद ये नहीं सोचा रहा होगा कि वृक्षों के साथ समाजसेवा के रूप में संजोया जा रहा वृक्ष एक दशक के अंदर इतना घना हो जाएगा की जो प्रदेश तक विकसित होगा।
वो कीर्तिमान हासिल किया कि CM योगी ने उन्हें विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित किया। उन्हें 50 हजार का चेक प्रदान किया। अभिषेक की इस उपलब्धि से समूचा जिला गदगद है।
रक्त-भोजन और कपड़े हर क्षेत्र में करते हैं मदद
मरीज को रक्त की जरूरत हो, भूखे को रोटी, ठंड में गरीब को कंबल और कपड़े, गरीब के बच्चे को कॉपी-पैंसिल और झुग्गी में रह रहे लोगों को हर होली-दिवाली मिठाई व अन्य जरूरत की चीजों की। ये सब अपनी टीम के साथ लेकर अभिषेक जरूरतमंदों के बीच कहने से पहले मौजूद होते हैं। शायद उन सबकी दुआएं रही कि अभिषेक को उत्तर प्रदेश के अंदर समाज सेवा के रूप में आज पहला स्थान मिला।
स्वामी विवेकानंद की कांस्य प्रतिमा एवं प्रशस्ति पत्र भी मिला
सेवा क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए अभिषेक को सीएम योगी ने राजधानी लखनऊ में 50 हजार की राशि, स्वामी विवेकानंद की कांस्य प्रतिमा एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इसके साथ ही एक सड़क का नामकरण उनके नाम पर होगा। अभिषेक, जिले में करीब ढाई वर्षों से वनडे हंगर स्ट्रीक मुहिम चला रहे। जहां रोज वे और उनके साथी शहर में रात में निकलकर टोले मोहल्ले में गरीबों तक भोजन पहुंचाते हैं।, वहीं अंकुरण फाउंडेशन जैसी संस्था के जरिए लगभग पांच वर्षों से अधिक समय से वे ब्लड डोनेशन, गरीब बच्चों की पढ़ाई और त्योहारों पर उनकी मदद करते हैं। उनकी एक आवाज पर बहुत सारे लोग एक बार में उनके साथ जुड़कर पुण्य के भागीदार बनते हैं।
पत्नी भी चली पति के नक्शे कदम पर
ये जज्बा केवल अभिषेक का ही नहीं है। 28 नवंबर 2023 को उनकी जीवन साथी बनी शिवानी सिंह के विचार भी पति से मिलते-जुलते हैं। जनवरी 2023 में अपनी इंगेजमेंट के मौके पर उन्होंने अभिषेक के साथ ब्लड बैंक जाकर पहले रक्तदान किया था फिर रस्में अदा की गई थी।