अशोथर थाना क्षेत्र अंतर्गत सराय खालिस में होली पर्व पर सुने घर को चोरों ने बनाया था निशाना जानकारी के अनुसार राहुल कुमार मौर्य पुत्र गुलाब मौर्य कामापुर थाना हथगाम निवासी है। जो दस साल से असोथर थाना क्षेत्र के सराय खालिस गांव में घर बनाकर परिवार सहित रहकर डीजे और मोटरसाइकिल गैराज की दुकान चलाता है। जो कि होली पर्व पर परिवार सहित अपने गांव कामापुर माता पिता के साथ होली का त्योहार मनाने गया था।
चोरों ने धावा बोलकर किया था 7 लाख की चोरी
पीड़ित के अनुसार सुने घर को देखकर अज्ञात चोरों ने दरवाजे का ताला तोड़कर कमरे में रखी अलमारी से 60 हजार रूपये नगद, सोने के आभूषण में दो अंगूठी, दो जंजीर, सात लाकेट का हार, एक मनचली, तीन लाकेट का माला और चांदी के आभूषण एक हाफ पेटी, एक फुल पेटी, एक जोड़ी पायल चोरी कर ले गए। जिसमें पीड़ित के अनुसार लगभग सात लाख रूपये की चोरी हुई थी ।
लिखित तहरीर के बाद भी नहीं दर्ज हुआ मुकदमा चोर घूम रहे बेखौफ
जानकारी के अनुसार चोरी की सुबह ही सूचना मिलते ही मौके पर पीड़ित परिवार सहित पहुंचा और घर गृहस्थी रुपया पैसा सब लूट जाने पर चीख चींख कर रोया और पीड़ित राहुल मौर्य ने पुलिस को लिखित तहरीर थाने में दिया था । जिसपर पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच पड़ताल किया और मौके पर फ़ोटो वीडियो बनाकर बयान भी दर्ज किए लेकिन पता नहीं क्यों थाना में अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं कि गयी।
पुलिस का बेतुका बयान कहा चोरी की नहीं दर्ज होती रिपोर्ट
पीड़ित में अशोथर थाना पुलिस पर आरोप लगाया कि बीते 18 दिन से पुलिस द्वारा टहलाने का काम किया जा रहा हैं, मैं बहुत परेशान हूं हल्का इंचार्ज डीडी वर्मा बोलते है चोरी की रिपोर्ट नहीं दर्ज की जाती हत्या होती तो मुकदमा दर्ज किया जाता है वंही पीड़ित ने कहा अगर थाना पुलिस द्वारा मुकदमा लिख चोरों को नहीं पकड़ा गया तो मैं DM और SP से मिलकर मामले पर शिकायत करूंगा।
क्षेत्राधिकारी ने कहा लापरवाही पर थाना प्रभारी पर होगी कार्यवाही
थाना प्रभारी विनोद कुमार मौर्य से जब फोनिक वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि तहरीर मिली थी जांच हल्का इंचार्ज डीडी वर्मा को दी गयी थी अभी जांच आख्या नहीं दिया उन्होंने इस लिए मुकदमा नहीं दर्ज किया गया ।चोरी के इस प्रकरण में जब थाना प्रभारी द्वारा बेबुनियादी जवाब दिए गए तो मामले पर क्षेत्राधिकारी अरुण कुमार राव ने कहा थाना प्रभारी को तहरीर मिली थी तो 18 दिन बीत जाने के बाद अगर मुकदमा नहीं लिखा गया तो इस पर कार्यवाही की जाएगी जिसके जिम्मेदार थाना प्रभारी अशोथर होंगे।