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UP-महोबा में बेज़ुबान जानवरों से ऐसा प्यार ,बर्थ होने पर मनाया जाता जश्न

बुंदेलखंड के महोबा जिले में जानवर से इंसान का अनोखा प्रेम देखने को मिला है। युवक ने परिवार के सदस्य की तरह बचपन से जिस कुतिया चंपी को पाला उसके बच्चे जन्मे तो इंसानों की तरह चौक कार्यक्रम कर डाला। चौक प्रोग्राम में तमाम रिश्तेदारों के साथ साथ ग्रामीण भी कार्यक्रम में शामिल हुए। सभी के भोजन की व्यवस्था के साथ ही मनोरंजन के कार्यक्रम भी हुए तो वहीं डीजे बजाकर परिवार के लोगों ने नाचते गाते खुशियां मनाई है। बेजुबान जानवर से ऐसा स्नेह और अनोखा प्रेम चर्चा का विषय बना है। बेजुबान जानवर से इंसानी प्रेम का अनोखा और दिलचस्प मामला जनपद के जैतपुर ब्लॉक के ग्राम अकौना का है। डीजे की धुनों पर नाचते थिरकते लोग किसी इंसानी बारात में शामिल होने नही जा रहे है। बल्कि पालतू कुतिया के जन्मे पप्पी को लेकर अपनी खुशी का इजहार कर रहे है। जितनी धूमधाम से पप्पी के जन्म का जश्न मनाया जा रहा है वह इंसान और जानवर के प्रेम को दर्शाता है। दरअसल ग्राम अकौना में रहने वाले 30 वर्षीय राजेंद्र यादव अपनी पालतू कुतिया चंपी के 8 बच्चों के पैदा होने पर खुश है। राजेंद्र चंपी को अपने परिवार के सदस्य की तरह न केवल चाहता है बल्कि उसके मां बनने पर घर में आए 8 मासूम पप्पी को लेकर उत्साहित है। चंपी के मां बनने के बाद बच्चों का जन्म उत्सव चौक कार्यक्रम मना रहा है।

ग्रामीण परंपरा के तहत गाजे बाजे के साथ चंगेल भी निकाली गई। जिसमे चंपी के बच्चों के लिए उपहार, झूला आदि लेकर महिलाएं गांव में निकली। सभी नाचते गाते चंगेल लेकर चली जिसमे लोग थिरकते नाचते दिखाई दिए। सभी पप्पी को एक झूले में रखकर दुलार प्यार राजेंद्र के परिजन और ग्रामीण कर रहे है। यहीं नही चंपी को सर,गले और पैरों में माहुर लगाकर सजाया जा रहा है। सभी राजेंद्र की इस खुशी। में शामिल है। चौक कार्यक्रम में इंसानों की ही तरह सभी रस्मे की गई साथ ही 200 ग्रामीणों को भोजन भी कराया गया। पूरी रात डीजे में नाच गाने का कार्यक्रम चलता रहा और लोगों ने इस अनोखे कुआ पूजन का आनंद उठा रहे है।इंसान और जानवर का प्रेम देखना है तो आपको महोबा के अकौना गांव आना होगा। जहां राजेंद्र नामक युवक जानवर से ऐसा अनोखा प्रेम है कि उसके बच्चों के पैदा होने की खुशी में चौक कार्यक्रम का आयोजन कर बैठा। राजेंद्र का कहना है कि जानवर बेहद वफादार होते हैं बस इन्हें समझने की आवश्यकता होती है। राजेंद्र यह जानवर स्वरूप कुतिया (चंपी) को अपनी बेटी की तरह मानता आ रहा है।आज सारे मेहमान मस्ती में नाचते नजर आ रहे हैं । तो कुछ चंपी की नजर उतारते देखे गए। मनुष्य और जानवर का अनोखा प्रेम चर्चा का विषय बना हुआ है । सुना है कि जानवरों को भी प्रेम की आवश्यकता होती है | बहरहाल भले ही दिलचस्प और अनोखा प्रेम सभी के लिए चर्चा का विषय हो लेकिन इतना तो तय है कि प्रेम की कोई सीमा नहीं होती और ये हर रिश्ते में अपनत्व तलाश लेता है। राजेंद्र और चंपी का प्रेम मिसाल है।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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