भारतीय टीम ने हाल ही में न्यूजीलैंड को तीन मैचों की टी-20 सीरीज में 2-1 से करारी मात देते हुए शानदार जीत दर्ज की। इस सीरीज के बाद अब भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज खेलनी है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर में खेला जाना है।
डिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले नेट्स प्रैक्टिस करते हुए नजर आए। जिसकी तस्वीर खुद बुमराह ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए शेयर की। ऐसे में माना जा रहा है कि बुमराह आखिरी दो टेस्ट मैचों में खेलते हुए नजर आ सकते है। ऐसा इसलिए क्योंकि, बीसीसीआई ने शुरुआती दो टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है।
बोर्ड ने रोहित शर्मा को टीम की कमान, तो केएल राहुल को उपकप्तानी सौंपी है। बुमराह ने पिछले साल 2021 सितंबर के महीने से कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है। पीठ की चोट के चलते जसप्रीत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में नहीं चुना गया। जिस पर कप्तान रोहित शर्मा ने भी बयान देते हुए कहा था ‘बुमराह को लेकर बहुत अधिक सुनिश्चित नहीं हूं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचों में खेलेंगे। हम किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, क्योंकि पीठ की चोट हमेशा गंभीर होती है। हम एनसीए में फिजियो और डॉक्टरों से नियमित संपर्क बनाए हुए हैं। चिकित्सा टीम उसे फिट होने के लिए पूरा समय देगी।
रविचंद्रन आश्विन रच सकते है इतिहास
अश्विन के पास 9 फरवरी को खेले जाने वाले पहले टेस्ट में इतिहास रचने का सुनहरा मौका है। दरअसल,अश्विन अपने टेस्ट करियर के एक अद्भुत रिकॉर्ड को हासिल करने के बस एक कदम दूर हैं।भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर में खेला जाना है। इस मुकाबले में अगर टीम इंडिया के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) अगर एक विकेट ले लेते है, तो वह टेस्ट इतिहास में सबसे तेज 450 विकेट पूरे करने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बन जाएंगे।
बता दें कि सबसे कम टेस्ट खेलकर 450 विकेट लेने की खास उपलब्धि अश्विन अपने 89वें टेस्ट मैच में हासिल करेंगे।इस खास उपलब्धि के साथ ही वह भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, जिन्होंने 93वें टेस्ट मैच में 450 विकेट हासिल किया था। जबकि, टेस्ट में सबसे तेज 450 विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के पूर्व दिग्गज मुथैया मुरलीधरन के नाम दर्ज है, जिन्होंने कुल 88 टेस्ट मैच खेलते हुए 450 विकेट लेने का कारनामा किया था।