• Wed. Dec 3rd, 2025

बॉर्डर पार नहीं कर पाएंगे घुसपैठी, नेपाल-भारत 

भारत नेपाल सीमा पर तीसरे देशों के नागरिकों की बढ़ती घुसपैठ ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में ब्रिटेन, चीन और पाकिस्तान मूल के नागरिक पकड़े जाने के बाद दोनों देशों ने सीमा सुरक्षा सख्त करने का फैसला लिया है.

भारत-नेपाल की खुली सीमा पर हाल के महीनों में तीसरे देशों खासतौर पर पाकिस्तान, चीन और ब्रिटेन से जुड़े नागरिकों की घुसपैठ ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. इसी वजह से भारत और नेपाल ने अब सीमा पर निगरानी तेज करने, खुफिया जानकारी साझा करने और बिना वीज़ा आने वालों पर कड़ा एक्शन लेने का फैसला किया है.

दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक खुली सीमा का फायदा उठाकर तीसरे देश के लोग बिना पासपोर्ट-वीजा भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं. 15 नवंबर को एसएसबी ने नेपाल बॉर्डर से दो ब्रिटिश नागरिकों को पकड़ा, जिनमें से एक पाकिस्तानी मूल का बताया गया. वहीँ कई चीनी नागरिक भी नेपाल होकर अवैध तरीके से भारत में घुसते मिले हैं.

धुसपैठ की कोशिश तो गिरफ्तारी तय

बहराइच में गिरफ्तार एक चीनी महिला को हाल ही में कोर्ट ने आठ साल की जेल और ₹50,000 जुर्माना लगाया. चीन के दूतावास ने भी अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि गलती से भी भारत सीमा में दाखिल हो गए तो गिरफ्तारी तय है. भारत के कानून के अनुसार बिना वीज़ापासपोर्ट बॉर्डर पार करने पर 5 साल जेल और ₹5 लाख जुर्माना लग सकता है. नेपाल का इमिग्रेशन एक्ट 2049 भी बिना वीज़ा प्रवेश पर 5 साल जेल और ₹50,000 जुर्माना का प्रावधान रखता है

नेपाल के गृह मंत्रालय के संयुक्त प्रवक्ता रविन्द्र आचार्य के मुताबिक दोनों देशों ने मिलकर यह तय किया है कि सीमा पर निगरानी और इंटेलिजेंस ऑपरेशन बढ़ाए जाएंगे, बॉर्डर से आने-जाने वाले विदेशी नागरिकों का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा और साथ ही स्थानीय स्तर पर जानकारी जुटाने के लिए सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जाएगा

सीमा पर तैनाती और सख्त नियम

नेपाल-भारत सीमा पर 250 से ज्यादा चौकियां हैं, जहां करीब 9,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं. नेपाल के एपीएफ अधिकारी बताते हैं कि कई लोग अनजाने में बॉर्डर पार कर लेते हैं लेकिन कई केस जानबूझकर घुसपैठ के भी हैं. नेपाल पहले भी कई विदेशी नागरिकों को पकड़कर वापस भेज चुका है, जिनमें भूटानी शरणार्थी भी शामिल हैं.

खुली सीमा पर सख्त निगाह क्यों जरूरी?

1,880 किमी लंबी खुली सीमा का फायदा उठाकर नशा तस्कर,मानव तस्कर,फर्जी दस्तावेज वाले विदेशी नागरिक,संदिग्ध गतिविधियों में शामिल लोग, दोनों देशों की सुरक्षा को चुनौती दे रहे हैं. इसी वजह से अब भारत-नेपाल ने तय किया है कि घुसपैठ रोकने के लिए कड़ा एक्शन होगा और किसी भी संदिग्ध मूवमेंट पर तत्काल जानकारी साझा की जाएगी.

By Ankshree

Ankit Srivastav (Editor in Chief )

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *