Report By-Sudhir Tripathi Raebareli(UP)
यूपी के प्रयागराज के 2015 में बहुचर्चित अधिवक्ता नबी अहमद हत्याकांड के मुख्य आरोपी शैलेंद्र सिंह को हाई कोर्ट से जमानत मिल गयी है। जमानत मिलने के बाद सभी औपचारिकता पूरी करते हुए जिला कारागार रायबरेली से उन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया गया है। मामला 11 मार्च 2015 का है, जब प्रयागराज सत्र न्यायालय में कहा- सुनी के दौरान हुई झड़प में शैलेंद्र सिंह की पिस्टल से गोली चल गई थी, जिसमें अधिवक्ता नवी अहमद की मौत हो गई थी। पुलिस व अधिवक्ताओं ने हत्या आरोपी शैलेंद्र सिंह को मौके से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
इसके बाद लंबी कानूनी बहस व सुनवाई के बाद रायबरेली जिला सत्र न्यायालय ने शैलेंद्र सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। दरोगा शैलेंद्र सिंह ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से सत्र न्यायालय रायबरेली के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दिया। 2 दिन पूर्व हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के पश्चात दरोगा शैलेंद्र सिंह को सशर्त जमानत दे दिया। हाई कोर्ट के ऑर्डर के पश्चात शैलेंद्र सिंह को रायबरेली जेल से रिहा किया गया। दरोगा शैलेंद्र सिंह के जेल जाने से लेकर बाहर निकलने में एक लंबा समय लगा। इसके साथ ही परिवार में शैलेंद्र सिंह अकेले कमाने वाले सदस्य होने के नाते, परिवार की आर्थिक स्थिति भी बहुत खराब हो गई।शैलेंद्र सिंह को जेल होते ही पुलिस महकमें ने भी उनको बर्खास्त कर दिया। उनकी इस लड़ाई में विभाग ने भी उनसे पल्ला झाड़ लिया, न ही कोई सामाजिक संगठन उनकी लड़ाई में साथ दिया। ऐसे में एक हंसता-खेलता परिवार जबरदस्त तरीके से बर्बाद हो गया। हालांकि दरोगा शैलेंद्र सिंह जेल से रिहा होने के बाद मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने कहा,कि उन्हें प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री व न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और उनके मन में मोदी जी और योगी जी से मुलाकात की इच्छा है।