यूपी के सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि पूरे देश में यूपी ही एक ऐसा राज्य है जहां डीएम को गरीब कन्याओं के सामूहिक विवाह की व्यवस्था करनी पड़ती है और शादी समारोह में मंत्री-विधायक को उपस्थिति दर्ज करानी पड़ती है। हर घर नल योजना सहित कई योजनाओं और सरकार की उपलब्धियों को जिक्र करते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि मोदी-योगी की जोड़ी लगातार उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर बढ़ाए हुए है। उन्होंने लोगों से कहा कि यूपी आगे भी विकास के पथ पर बढता रहे इसके लिए मोदी-योगी के नेतृत्व पर विश्वास जताए रखने की जरूरत है।
सोनभद्र दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जिले का दौरा कर सिंचाई एवं हर घर नल योजना से जुड़े कार्यों का हाल जाना। ब्लास्ट कूप सहित कई कार्यों का निरीक्षण करते हुए संबंधितों को जरूरी निर्देश दिए। बेलाही ग्राम समूह पेयजल योजना के निरीक्षण के साथ ही, परसौना कला गांव में आयोजित चौपाल को संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियां गिनाई।मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि पूरे देश में यूपी ही एक ऐसा राज्य है जहां डीएम को गरीब कन्याओं के सामूहिक विवाह की व्यवस्था करनी पड़ती है और शादी समारोह में मंत्री-विधायक को उपस्थिति दर्ज करानी पड़ती है। हर घर नल योजना सहित कई योजनाओं और सरकार की उपलब्धियों को जिक्र करते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि मोदी-योगी की जोड़ी लगातार उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर बढ़ाए हुए है। उन्होंने लोगों से कहा कि यूपी आगे भी विकास के पथ पर बढता रहे इसके लिए मोदी-योगी के नेतृत्व पर विश्वास जताए रखने की जरूरत है। यूपी की जल संचयन और सिंचाई सुविधा बढोत्तरी पर मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की तरफ से लघु सिंचाई विभाग की तरफ से निर्मित कराए जाने वाले ब्लास्ट कूप और हर घन नल योजना के तहत निर्मित हो रही बेलाही पेयजल समूह परियोजना का निरीक्षण करने के साथ ही, अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। कहा कि जल संचयन पर ज्यादा से ज्यादा जोर दिया जाए। टेल वाले खेतों को पानी और हर घर शुद्ध पेयजल सरकार की प्राथमिकता है। इसको देखते हुए तेजी से कार्य करने की जरूरत है। इसके अलावा बांधी में पानी का भराव बढे, बांधों से होने वाली रिसाव रोक लगने के साथ ही भूजल रिचार्जिंग में बढ़ोत्तरी हो, इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि बारिश के समय बांधों में जितना पानी इकट्ठा होना चाहिए, उतना नहीं हो पा रहा है। इसको देखते हुए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए। ताकि सिंचाई के साथ ही, पेयजल की समस्या से पूर्णतः निजात पाई जा सके।