Report By: ICN Network
अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे नेटवर्क का खुलासा किया है, जो युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने म्यांमार और कंबोडिया के अवैध कॉल सेंटरों में धकेल रहा था। पुलिस ने इस मामले में वडोदरा निवासी बिचौलिए किंजल शाह को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह सोशल मीडिया पर युवाओं को आकर्षक नौकरी के प्रस्ताव देकर फंसाता था। इसी तरह उसने अहमदाबाद के एक युवक को बैंकॉक स्थित आईटी कंपनी में नौकरी का झांसा दिया। युवक को एक लाख रुपये मासिक वेतन, रहने-खाने की सुविधा और टिकट देने का आश्वासन मिला, जिसके बाद किंजल शाह ने उसका वीजा तैयार करवाया।
बैंकॉक पहुंचने पर युवक को पहले थाईलैंड सीमा तक ले जाया गया, जहां उसका पासपोर्ट छीन लिया गया। फिर जंगल के रास्ते अवैध रूप से म्यांमार पहुंचाकर उसे साइबर क्राइम में प्रशिक्षण लेने के लिए मजबूर किया गया। मना करने पर युवक के साथ मारपीट की गई और अवैध काम से इनकार करने पर उसे दो दिन तक पिंजरे में कैद रखा गया। बाद में गिरोह ने उसकी रिहाई के लिए साढ़े तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी। रकम चुकाने के बाद ही युवक भारत लौट पाया।
एसीपी हार्दिक माकडिया ने बताया कि अभिषेक सिंह मूल रूप से वडोदरा का रहने वाला है और पहले म्यांमार व कंबोडिया में अवैध कॉल सेंटरों में काम कर चुका है। वहीं से उसने यह नेटवर्क खड़ा किया और युवाओं को फंसाना शुरू किया। जांच में सामने आया है कि बिचौलिया किंजल शाह अब तक दो लोगों को इसी तरह विदेश भेज चुका है।