वहीं, महेंद्र कुशवाहा दो भाइयों में छोटा था। बड़े भाई धर्मेंद्र कुशवाहा ने बताया कि वह पेटीएम में नौकरी करता था। इधर, राहुल सिंह के बड़े भाई सोनू ने बताया कि वह पहले पेटीएम में नौकरी करता था। अब उसने नौकरी छोड़ दी थी। घर में ही रहता था। उधर, सुमित सिंह के बड़े भाई दीपक सिंह ने बताया कि पिछले सप्ताह ही सुमित ने मोहल्ले में रेस्टोरेंट खोला था। महाराजपुर के सिलवासा घाट पर होली खेलने के बाद शुक्रवार को चार दोस्त गंगा नहाने पहुंचे। यहां एक युवक मोबाइल पर रील बनाते समय डूबने लगा। उसे बचाने में तीन अन्य दोस्त भी डूब गए। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने शनिवार को तीन के शव ढूंढ निकाले। चौथे दोस्त की पुलिस तलाश में जुटी है। शुक्रवार शाम करीब पांच बजे होली खेलने के बाद सेन पश्चिम पारा के न्यू आजादनगर निवासी राहुल सिंह (28), नौबस्ता निवासी सुमित सिंह, श्यामनगर निवासी महेंद्र कुशवाहा (27 )और यशोदानगर निवासी प्रियांशु (26) अपने दो दोस्तों गोपालनगर निवासी राजकुमार यादव व सेन पश्चिम पारा निवासी शिवम साहू के साथ महाराजपुर के ड्योढ़ी घाट से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे सुनसान जगह पर गंगा नहाने गए थे।
राजकुमार और शिवम के मुताबिक, काफी देर तक वहां पार्टी करने के बाद नीरज गहरे पानी में मोबाइल से रील बनाने लगा। इससे डूबने लगा तो जोर से शोर मचाया। उसे बचाने के लिए पहले सुमित, फिर राहुल और प्रियांशु भी गंगा में कूद गए। सुनसान जगह होने पर किसी की कुछ पता नहीं चल सका। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू की। शनिवार सुबह से ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। दोपहर तक महेंद्र, राहुल और प्रियांशु के शव बरामद कर लिए गए, लेकिन सुमित का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। थाना प्रभारी संजय पांडेय ने पुष्टि की कि तीन युवकों के शव मिल चुके हैं, जबकि चौथे युवक सुमित की तलाश अभी भी जारी है।