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कानपुर कलेक्ट्रेट में वर्षों से एक ही स्थान पर तैनात 14 लिपिकों का तबादला किया गया है

Report By : ICN Network

कलेक्ट्रेट में शनिवार की रात 14 लिपिकों के विभागीय दायित्वों में बदलाव किया गया। इस प्रक्रिया में स्थानांतरण नीति की पूरी तरह अनदेखी की गई। कुछ लिपिक वर्षों से एक ही स्थान पर टिके हुए हैं और महत्वपूर्ण व लाभकारी विभागों में कार्यरत हैं, जबकि हाल ही में नियुक्त कुछ कर्मचारियों को हटा दिया गया।”

“सरकारी तबादला नीति के तहत किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को एक ही पटल या जिले में तीन वर्षों से अधिक नहीं रखा जाना चाहिए, लेकिन कुछ अधिकारियों के अधीन लिपिक लंबे समय से एक ही जगह पर बने हुए हैं। यदि कभी तबादला हुआ भी, तो सिर्फ नाम भर का—उन्हें उसी कार्यालय में किसी अन्य पटल पर तैनात कर दिया गया।”

“इसके अलावा, कई कर्मचारी तो कलेक्ट्रेट और सदर तहसील तक ही सीमित हैं, उन्हें आज तक किसी अन्य तहसील में स्थानांतरित नहीं किया गया।

तबादला सूची के अनुसार, विनोद सिंह को एसडीएम सदर के कार्यालय से तहसीलदार न्यायिक तहसील सदर के यहां भेजा गया है।
सुनील श्रीवास्तव को घाटमपुर तहसील से सीआरके अभिलेखागार, सुषमा पांडेय को अरेंजर राजस्व अभिलेखागार, आयुष श्रीवास्तव को अहलमद एसडीएम सदर, ललित किशोर वर्मा को वीआइपी प्रोटोकाल बाबू से तहसील घाटमपुर, वेद प्रकाश को वाचक एसडीएम बिल्हौर, मो. आसिफ को तहसील घाटमपुर, जितेंद्र कुमार भट्ट को दैवीय आपदा लिपिक, राजेश श्रीवास्तव को डीएलआरसी व अतिरिक्त प्रभार नायब नाजिर, धर्मेंद्र कुमार को नाजिर कैश, आकांक्षा सिंह को सहायक वेतन लिपिक के पद पर तैनाती दी गई है।

कलेक्ट्रेट प्रशासन ने कई लिपिकों के कार्यक्षेत्र में बदलाव करते हुए नई तैनातियां की हैं। सुनील श्रीवास्तव को घाटमपुर तहसील से स्थानांतरित कर सीआरके अभिलेखागार भेजा गया है, वहीं सुषमा पांडेय को अरेंजर राजस्व अभिलेखागार में नियुक्त किया गया है। आयुष श्रीवास्तव को एसडीएम सदर के अहलमद पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि ललित किशोर वर्मा को वीआईपी प्रोटोकॉल बाबू से स्थानांतरित कर घाटमपुर तहसील भेजा गया है।”

“वेद प्रकाश को वाचक एसडीएम बिल्हौर, मोहम्मद आसिफ को घाटमपुर तहसील, जितेंद्र कुमार भट्ट को दैवीय आपदा लिपिक, राजेश श्रीवास्तव को डीएलआरसी के साथ-साथ नायब नाजिर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा, धर्मेंद्र कुमार को नाजिर कैश और आकांक्षा सिंह को सहायक वेतन लिपिक के पद पर तैनात किया गया है।”

“जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि यदि किसी भी कर्मचारी का तबादला नियमों के विरुद्ध हुआ है, तो जांच कराई जाएगी और जो लिपिक लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे हैं, उन्हें अन्य तहसीलों में स्थानांतरित किया जाएगा।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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