Report By : ICN Network
कानपुर के एक युवक ने साइबर ठग को अपनी चतुराई से मात दी, जिससे ठग को ₹10,000 का नुकसान हुआ। भूपेंद्र सिंह नामक इस पत्रकार ने एक जालसाज को इस तरह धोखा दिया कि वह खुद पैसे भेजने पर मजबूर हो गया।
6 मार्च को भूपेंद्र सिंह को एक कॉल आई, जिसमें कथित सीबीआई अधिकारी ने उन्हें धमकी दी कि उनके आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो गए हैं और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए ₹16,000 की रिश्वत मांगने लगा। भूपेंद्र ने घबराने के बजाय ठग को अपनी कहानी सुनानी शुरू की। उन्होंने बताया कि उन्होंने एक सोने की चेन चुराई थी और उसे बेचने के लिए अपने दोस्त के पास गिरवी रखी थी, लेकिन उसे छुड़ाने के लिए ₹3,000 की आवश्यकता है। ठग ने विश्वास करके ₹3,000 भेज दिए।
कुछ दिनों बाद, भूपेंद्र ने ठग से कहा कि ज्वैलर ने चेन नहीं दी क्योंकि वह नाबालिग है, इसलिए ठग को उसके पिता के रूप में पेश आकर ₹4,480 भेजने के लिए कहा। ठग ने बिना संकोच पैसे भेज दिए। इसके बाद, भूपेंद्र ने एक और कहानी बनाई, जिसमें कहा कि चेन के लिए ₹1.10 लाख का लोन मिल सकता है, लेकिन ₹3,000 प्रोसेसिंग फीस चाहिए। ठग ने इस बार भी पैसे भेज दिए। इस प्रकार, भूपेंद्र ने कुल ₹10,000 ठग से प्राप्त किए।
जब ठग को एहसास हुआ कि वह धोखा खा गया है, तो उसने भूपेंद्र से पैसे वापस करने की गुहार लगाई, लेकिन भूपेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी और ठग से प्राप्त राशि को दान करने का निर्णय लिया।
यह घटना दर्शाती है कि साइबर ठगों से सावधान रहना आवश्यक है। भूपेंद्र की सतर्कता और चतुराई ने न केवल उसे ठगी से बचाया, बल्कि ठग को भी उसकी ही चाल में फंसा लिया।