Report By : ICN Network
कोलकाता के कस्बा क्षेत्र स्थित लॉ कॉलेज की एक छात्रा से बलात्कार के मामले में मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के खिलाफ पुलिस पुराने मामलों की फाइलें दोबारा खोल रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मिश्रा पर पहले से ही गंभीर आरोपों में कुल 12 केस दर्ज हैं। इनमें गुंडागर्दी, घातक हथियारों से हमला, कॉलेज परिसर में बाहरी असामाजिक तत्वों को बुलाकर जूनियर छात्रों से मारपीट, और छात्राओं के यौन उत्पीड़न की कई शिकायतें शामिल हैं।
इनमें से दो केस फिर से खोल दिए गए हैं और पुलिस ने इन दोनों में मिश्रा को गिरफ्तार भी दिखाया है। पहला केस वर्ष 2023 का है, जिसमें मिश्रा पर गुंडागर्दी और यौन शोषण के आरोप लगे थे। दूसरा केस 2024 का है, जिसमें गुंडागर्दी की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया था।
फिलहाल पुलिस और कानूनी विशेषज्ञ शेष 10 मामलों की समीक्षा कर रहे हैं ताकि यह तय किया जा सके कि कौन-कौन से मामले दोबारा खोले जा सकते हैं।
इस मामले में अब तक कुल चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के अलावा, जैब अहमद और प्रमित मुखोपाध्याय को इस जघन्य अपराध में सहयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वहीं, चौथा गिरफ्तार व्यक्ति कॉलेज का सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी है, जिसे पीड़िता के अनुसार घटना का “मौन गवाह” बताया गया है।
इस बीच, मिश्रा पर एक नया गंभीर आरोप भी सामने आया है। पुलिस को जानकारी मिली है कि वह हर वर्ष कस्बा स्थित लॉ कॉलेज में अयोग्य छात्रों को प्रवेश दिलाने के लिए एक से डेढ़ लाख रुपये तक की रिश्वत लेता था।