नोएडा प्राधिकरण का दूसरे प्राधिकरणों समेत कई एजेंसियों पर करोड़ों का लोन बकाया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के शुरुआती तीन माह में इन्होंने लोन की रकम की रिकवरी नहीं की है। अगर यह पैसा मिल जाता तो इसका उपयोग शहर के विकास कार्यों में हो पाता।अधिकारियों के मुताबिक ऋण एवं अग्रिम से प्राप्तियों का एक बजट निर्धारित किया गया है। इसमें यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से ऋण वापसी के लिए 300 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी तरह से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर भी 300 करोड़ का बकाया है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड से 80 करोड़ मिलने हैं। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड से 20 करोड़ के सापेक्ष 15 करोड़ मिले हैं। साथ ही बैंकों से टीडीएस के मद में 100 करोड़ रुपयेके सापेक्ष 22.71 करोड़ रुपये मिले हैं।