राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव एक बार फिर से आजमगढ़ से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी की लहर में भी आजमगढ़ की सीट पर सपा ने जीत हासिल की थी। समाजवादी पार्टी की ओर से 2019 में अखिलेश यादव इसी सीट से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे। हालांकि 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव ने करहल से चुनाव लड़ा और वह जीत गए। जिसके बाद अब आजमगढ़ की लोकसभा सीट को उनको खाली करना पड़ा फिर अखिलेश यादव ने अपने भाई धर्मेंद्र यादव को चुनाव लड़ाया जो कि बसपा से गुड्डू जमाली के चुनाव लड़ने के कारण मतों के बंटवारा होने पर लगभग 8000 वोट से चुनाव हार गए और यह सीट BJP के खाते में चली गई। जहां से दिनेश लाल यादव निरहुआ फिलहाल सांसद है। सीटों पर प्रत्याशियों का मंथन
वहीं अब साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव अलग-अलग सीटों पर प्रत्याशियों को उतारने का मंथन कर रहे है। पिछले दिनों अखिलेश यादव के कन्नौज, उनकी पत्नी डिंपल यादव के मैनपुरी, अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव के आजमगढ़ से, धर्मेंद्र यादव के बदायूं, अक्षय यादव के फिरोजाबाद से लड़ने की चर्चाएं पार्टी के अंदर हो रही थी। वहीं दूसरी तरफ चर्चा ये भी है कि शिवपाल यादव अपनी पुरानी सीट जसवंत नगर नहीं छोड़ना चाहते है। जिसके कारण अखिलेश यादव खुद आजमगढ़ से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं, लेकिन अभी तक इसको लेकर कुछ अंतिम घोषणा नहीं की गई है।