महाविकास अघाड़ी के विधायकों ने सत्ताधारी दल पर बार-बार किसानों के अपमान का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री से माफ़ी की मांग की. इसी बीच कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार और नाना पटोले किसानों के मुद्दे पर विरोध करते हुए स्पीकर के आसन के पास चले गए. हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी. कार्यवाही जब फिर से शुरू हुई तो विपक्ष ने माफ़ी की मांग करते हुए नारे लगाए. हंगामा न थमते देख स्पीकर ने कांग्रेस विधायक नाना पटोले को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया. महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने विधानसभा की पूरे दिन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया और सदन से बॉयकॉट कर गए.
महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया जाता. किसानों के मुद्दे उठाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है. उन्होंने कहा कि नागपुर-गोवा शक्तिपीठ हाईवे के खिलाफ राज्य में किसानों का आंदोलन चल रहा है. 12 जिलों के किसान हाईवे का विरोध कर रहे हैं, वहीं कृषि मंत्री किसानों के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी के विधायक बबनराव लोणीकर कहते हैं कि किसान हमारे पैसों पर पलते हैं. सरकार लोणीकर के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
उन्होंने आरोप लगाया कि सदन में किसानों के मुद्दे उठाने से विपक्ष को रोका जा रहा है और नेताओं को निलंबित किया जा रहा है। विजय वडेट्टीवार ने तीखा रुख अपनाते हुए कहा कि वे किसानों की समस्याओं को लेकर हर हाल में आंदोलन करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि चाहे उन्हें जेल क्यों न जाना पड़े, लेकिन किसानों के हक की लड़ाई वे रुकने नहीं देंगे।