Mahashivratri 2023: फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। इस साल Mahashivratri 18 फरवरी को है। लोगों के बीच यह मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन सभी भक्त श्रद्धा और विश्वास के साथ भोलेनाथ का व्रत रखते हैं और पूरे विधि-विधान के साथ शिवजी की पूजा करते हैं। पूजा में भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, फूल-फल आदि चीजें चढ़ाई जाती हैं। मान्यता है कि इन चीजों को चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं।
Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि पूजा का समय
सुबह 05:15 बजे से सुबह 06:06 बजे तक
दोपहर 12:13 बजे से दोपहर 12:58 बजे तक
दोपहर 12:02 बजे से 01:27 बजे तक
दोपहर 02:28 बजे से 03:13 बजे तक
रात 12:09 बजे से देर रात 01:00 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: शाम 05:42 बजे से अगली सुबह 06:56 बजे तक
Mahashivratri पूजन की विधि
सुबह उठकर सबसे पहले स्नान कर के साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति/ फोटो को लाल या पीला कपड़े पर रखें।
इसके बाद अगरबत्ती, धूप और दीपक जलाएं।
अब शिवजी को चंदन या भस्म का तिलक लगाएं।
अब उन पर पुष्प, बेलपत्र, दूध, दही, केसर, फल (खासकर बेर), धतूरा आदि चढ़ाएं।
इसके बाद शिवजी को प्रसाद का भोग लगाएं। यदि आप घर का बना प्रसाद चढ़ा रहें हैं तो इस बात का खास ध्यान रखें की उसमें हल्दी, नमक या मिर्च न हो।
अंत में महादेव का पाठ और आरती करें।
विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद भगवान शिव का आशीर्वाद लें।