महोत्सव में 400 से अधिक किस्मों के आमों की भव्य प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें कई दुर्लभ और क्षेत्रीय प्रजातियां भी शामिल हैं। इस आयोजन में उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, पंजाब और ओडिशा सहित विभिन्न राज्यों के आम उत्पादक, सहकारी संस्थाएं और निजी संगठनों ने भाग लिया है। यहां आम से जुड़े विभिन्न उत्पादों की बिक्री भी हो रही है, जिनमें अचार, जूस, पापड़ और चटनियां खास आकर्षण का केंद्र हैं। इसके साथ ही, महोत्सव में बागवानी, कृषि अनुसंधान और स्थानीय नवाचारों पर आधारित तकनीकों की भी प्रदर्शनी लगाई गई है, जो खेती के क्षेत्र में आधुनिक प्रयोगों की झलक पेश करती है।

महोत्सव में 400 से अधिक किस्मों के आमों की भव्य प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें कई दुर्लभ और क्षेत्रीय प्रजातियां भी शामिल हैं। इस आयोजन में उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, पंजाब और ओडिशा सहित विभिन्न राज्यों के आम उत्पादक, सहकारी संस्थाएं और निजी संगठनों ने भाग लिया है। यहां आम से जुड़े विभिन्न उत्पादों की बिक्री भी हो रही है, जिनमें अचार, जूस, पापड़ और चटनियां खास आकर्षण का केंद्र हैं। इसके साथ ही, महोत्सव में बागवानी, कृषि अनुसंधान और स्थानीय नवाचारों पर आधारित तकनीकों की भी प्रदर्शनी लगाई गई है, जो खेती के क्षेत्र में आधुनिक प्रयोगों की झलक पेश करती है।