पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनके स्मारक निर्माण को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। भाजपा पर आरोप है कि उसने कांग्रेस के दबाव में स्मारक बनाने की अधिसूचना जारी की है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी पर सस्ती राजनीति करने का आरोप लगाया। खेड़ा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ऐसे व्यक्ति के अंतिम संस्कार को लेकर राजनीति की जा रही है, जिन्होंने देश को नई दिशा दी। खेड़ा ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कभी किसी पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर हुआ है? उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के समय उनके परिवार की भावनाओं का ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने शक्ति स्थल से जमीन देने की पेशकश भी की थी ताकि डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार ऐसी जगह हो सके, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके।इस विवाद पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान देश के विकास में ऐतिहासिक रहा है। उन्होंने देश को नई उम्मीद दी और उनकी नीतियों ने करोड़ों लोगों का जीवन बेहतर बनाया। रमेश ने कहा कि नोटबंदी पर डॉ. सिंह का चार मिनट का भाषण सरकार को झकझोर कर रख देने वाला था। उनका कहना था कि डॉ. मनमोहन सिंह का व्यक्तित्व ऐसा था कि उनके आलोचक भी उनके प्रशंसक बन जाते थे।दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि कुछ लोग डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर भ्रामक कहानियां फैला रहे हैं। उन्होंने इसे पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति और उनके योगदान का अपमान बताया।यह पूरा विवाद इस बात पर केंद्रित है कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक निर्माण को लेकर उचित सम्मान और पारदर्शिता क्यों नहीं बरती गई।
मनमोहन सिंह स्मारक: BJP पर सस्ती सियासत का आरोप, कांग्रेस दबाव में अधिसूचना
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनके स्मारक निर्माण को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। भाजपा पर आरोप है कि उसने कांग्रेस के दबाव में स्मारक बनाने की अधिसूचना जारी की है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी पर सस्ती राजनीति करने का आरोप लगाया। खेड़ा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ऐसे व्यक्ति के अंतिम संस्कार को लेकर राजनीति की जा रही है, जिन्होंने देश को नई दिशा दी। खेड़ा ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कभी किसी पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर हुआ है? उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के समय उनके परिवार की भावनाओं का ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने शक्ति स्थल से जमीन देने की पेशकश भी की थी ताकि डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार ऐसी जगह हो सके, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके।इस विवाद पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान देश के विकास में ऐतिहासिक रहा है। उन्होंने देश को नई उम्मीद दी और उनकी नीतियों ने करोड़ों लोगों का जीवन बेहतर बनाया। रमेश ने कहा कि नोटबंदी पर डॉ. सिंह का चार मिनट का भाषण सरकार को झकझोर कर रख देने वाला था। उनका कहना था कि डॉ. मनमोहन सिंह का व्यक्तित्व ऐसा था कि उनके आलोचक भी उनके प्रशंसक बन जाते थे।दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि कुछ लोग डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर भ्रामक कहानियां फैला रहे हैं। उन्होंने इसे पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति और उनके योगदान का अपमान बताया।यह पूरा विवाद इस बात पर केंद्रित है कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक निर्माण को लेकर उचित सम्मान और पारदर्शिता क्यों नहीं बरती गई।