बताते चले कि मायावती के मना करने के बाद ही कांग्रेस की तरफ से समाजवादी पार्टी को फोन कर कहा गया कि 17 जनवरी को हम मीटिंग करना चाहते हैं। दिल्ली में ये बैठक तय की गई है। ऐसी आशंका है कि इस मीटिंग सीटों के बंटवारे पर समाजवादी पार्टी अपना फार्मूला तय करेंगी। लेकिन सीटों का बंटवारा इतना आसान नहीं क्योंकि समाजवादी पार्टी कम से कम 60 सीटों पर लड़ना चाहती है। आरएलडी की डिमांड आठ सीटों की है। कांग्रेस 2009 का फार्मूला चाहती है। तब कांग्रेस के 23 नेता चुनाव जीते थे। इस आधार पर कांग्रेस 25 सीटें मांग रही है। अखिलेश यादव को अपने कोटे में कुछ सहयोगी दलों को भी एडजस्ट करना है।
मायावती बिगाड़ देंगी INDIA गठबंधन का गेम ! कांग्रेस ने सपा को किया फोन, ये बात हुई?

बताते चले कि मायावती के मना करने के बाद ही कांग्रेस की तरफ से समाजवादी पार्टी को फोन कर कहा गया कि 17 जनवरी को हम मीटिंग करना चाहते हैं। दिल्ली में ये बैठक तय की गई है। ऐसी आशंका है कि इस मीटिंग सीटों के बंटवारे पर समाजवादी पार्टी अपना फार्मूला तय करेंगी। लेकिन सीटों का बंटवारा इतना आसान नहीं क्योंकि समाजवादी पार्टी कम से कम 60 सीटों पर लड़ना चाहती है। आरएलडी की डिमांड आठ सीटों की है। कांग्रेस 2009 का फार्मूला चाहती है। तब कांग्रेस के 23 नेता चुनाव जीते थे। इस आधार पर कांग्रेस 25 सीटें मांग रही है। अखिलेश यादव को अपने कोटे में कुछ सहयोगी दलों को भी एडजस्ट करना है।