जेवर में मेडिकल डिवाइस पार्क को मिली रफ्तार
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने अपनी महत्वाकांक्षी मेडिकल डिवाइस पार्क योजना-05 के तहत सेक्टर-28 स्थित औद्योगिक भूखंडों का आवंटन पूरा कर लिया है। यह योजना 16 जून 2025 से 6 अगस्त 2025 तक संचालित रही, जिसमें कुल 48 आवेदन प्राप्त हुए थे। सभी आवेदनों की जांच प्राधिकरण की कंसल्टेंट फर्म मैसर्स ई. एंड वाई. द्वारा की गई, जिसमें 20 आवेदक पात्र पाए गए।
22 सितम्बर 2025 को प्राधिकरण कार्यालय के सभागार में आयोजित पारदर्शी ड्रा प्रक्रिया के दौरान पात्र आवेदकों में से 12 कंपनियों/फर्मों को भूखंड आवंटित किए गए। इन सफल कंपनियों को 26 सितम्बर 2025 को अपराह्न 4 बजे यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने औपचारिक रूप से आवंटन पत्र सौंपे।
आवंटन की श्रेणियों में कैंसर केयर क्षेत्र में 2, रेडियोलॉजी एवं इमेजिंग में 3, इम्प्लांट्स में 1, एनेस्थीसिया एवं कार्डियो-रेस्पिरेटरी उपकरणों में 3 तथा इन-विट्रो डायग्नोस्टिक्स क्षेत्र में 3 कंपनियों को भूखंड दिए गए। इन 12 कंपनियों द्वारा लगभग 100 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और करीब 1000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
यमुना प्राधिकरण का यह मेडिकल डिवाइस पार्क जेवर स्थित नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट विकसित किया जा रहा है। इसका लक्ष्य भारत को मेडिकल उपकरण निर्माण में आत्मनिर्भर बनाना और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी औद्योगिक हब तैयार करना है। प्राधिकरण का मानना है कि यह परियोजना न केवल घरेलू मांग को पूरा करेगी बल्कि निर्यात को भी बढ़ावा देगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, जेवर एयरपोर्ट से नजदीकी होने के कारण मेडिकल डिवाइस पार्क में स्थापित इकाइयों को लॉजिस्टिक सुविधा और वैश्विक बाजार तक तेज़ पहुंच का लाभ मिलेगा। यह पहल उत्तर प्रदेश को मेडिकल डिवाइस निर्माण का अग्रणी केंद्र बनाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।