प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में अपने जवाब में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस मंच पर पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों ही तरफ से चर्चा हुई, जो लोकतंत्र की ताकत को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “सबका विकास, सबका साथ” पर बहुत कुछ कहा गया, और यह हमारे लिए एक दायित्व है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि देश ने हमें इस मंच पर बैठने का अवसर दिया है, ताकि हम सबके विकास की दिशा में काम कर सकें। अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसा दल बन चुका है जो पूरी तरह से एक परिवार को समर्पित हो गया है। ऐसे में “सबका विकास, सबका साथ” की बात करना संभव नहीं है। मोदी ने कांग्रेस के “फैमिली फर्स्ट” दृष्टिकोण का विरोध करते हुए अपने दल के “नेशन फर्स्ट” मॉडल को प्रस्तुत किया। उनका कहना था कि जब तक किसी दल का ध्यान देश की एकता और विकास पर नहीं होगा, तब तक उसका कोई व्यापक दृष्टिकोण नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप भी लगाया। उनका कहना था कि कांग्रेस के नेतृत्व में तुष्टिकरण की राजनीति चरम पर थी, जबकि उनकी सरकार ने देश के लिए एक नया और सशक्त विकास मॉडल प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जनता ने उनके मॉडल को समझा और समर्थन दिया, क्योंकि यह मॉडल देश की प्रगति और समृद्धि को प्राथमिकता देता है। मोदी ने यह भी कहा कि 2014 में देश को एक नया विकल्प मिला, जो तुष्टिकरण की राजनीति से बाहर था। उनके अनुसार, कांग्रेस में झूठ, फरेब और तुष्टिकरण का घालमेल था, जो देश के लिए सही नहीं था। पीएम मोदी ने अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए बताया कि उनकी सरकार ने देश के लिए एक ऐसा रास्ता चुना है, जिसमें हर नागरिक का विकास हो और देश की प्रगति में कोई भी पीछे न रहे। प्रधानमंत्री ने इस भाषण में कांग्रेस की राजनीति पर खुलकर सवाल उठाए और यह स्पष्ट किया कि उनका मॉडल “नेशन फर्स्ट” है, जिसका उद्देश्य देश के हित में काम करना है। इस भाषण के जरिए प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की प्राथमिकताएं और दृष्टिकोण को मजबूत तरीके से प्रस्तुत किया।
पीएम मोदी ने राज्यसभा में कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा कांग्रेस में परिवार पहले हमारे लिए देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में अपने जवाब में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस मंच पर पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों ही तरफ से चर्चा हुई, जो लोकतंत्र की ताकत को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “सबका विकास, सबका साथ” पर बहुत कुछ कहा गया, और यह हमारे लिए एक दायित्व है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि देश ने हमें इस मंच पर बैठने का अवसर दिया है, ताकि हम सबके विकास की दिशा में काम कर सकें। अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसा दल बन चुका है जो पूरी तरह से एक परिवार को समर्पित हो गया है। ऐसे में “सबका विकास, सबका साथ” की बात करना संभव नहीं है। मोदी ने कांग्रेस के “फैमिली फर्स्ट” दृष्टिकोण का विरोध करते हुए अपने दल के “नेशन फर्स्ट” मॉडल को प्रस्तुत किया। उनका कहना था कि जब तक किसी दल का ध्यान देश की एकता और विकास पर नहीं होगा, तब तक उसका कोई व्यापक दृष्टिकोण नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप भी लगाया। उनका कहना था कि कांग्रेस के नेतृत्व में तुष्टिकरण की राजनीति चरम पर थी, जबकि उनकी सरकार ने देश के लिए एक नया और सशक्त विकास मॉडल प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जनता ने उनके मॉडल को समझा और समर्थन दिया, क्योंकि यह मॉडल देश की प्रगति और समृद्धि को प्राथमिकता देता है। मोदी ने यह भी कहा कि 2014 में देश को एक नया विकल्प मिला, जो तुष्टिकरण की राजनीति से बाहर था। उनके अनुसार, कांग्रेस में झूठ, फरेब और तुष्टिकरण का घालमेल था, जो देश के लिए सही नहीं था। पीएम मोदी ने अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए बताया कि उनकी सरकार ने देश के लिए एक ऐसा रास्ता चुना है, जिसमें हर नागरिक का विकास हो और देश की प्रगति में कोई भी पीछे न रहे। प्रधानमंत्री ने इस भाषण में कांग्रेस की राजनीति पर खुलकर सवाल उठाए और यह स्पष्ट किया कि उनका मॉडल “नेशन फर्स्ट” है, जिसका उद्देश्य देश के हित में काम करना है। इस भाषण के जरिए प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की प्राथमिकताएं और दृष्टिकोण को मजबूत तरीके से प्रस्तुत किया।