Report By: Amit Rana
गाज़ियाबाद के मोदीनगर इलाके में भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने एक लेखपाल को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोप है कि लेखपाल ने सरकारी कामकाज में मदद करने के एवज में एक व्यक्ति से 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत मिलने पर एसीबी टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस कार्रवाई से स्पष्ट होता है कि प्रशासन सरकारी कर्मचारियों की भ्रष्ट गतिविधियों के खिलाफ सख्त है और ऐसे मामलों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई से आम जनता में सरकारी तंत्र के प्रति विश्वास बढ़ेगा और सरकारी कार्यों में पारदर्शिता बनी रहेगी। मामले की जांच अभी भी जारी है और जांच में अन्य पहलुओं को भी सामने लाया जाएगा।
इस घटना से यह संदेश भी जाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ शासन-प्रशासन पूरी तरह सजग है और रिश्वतखोरी जैसी हरकतों पर सख्त कार्रवाई होती रहेगी ताकि नियमों का पालन सुनिश्चित हो सके।