Report By : ICN Network
बरसात के मौसम में सड़क हादसों की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। इसी कड़ी में जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा के निर्देशानुसार सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) डॉ. उदित नारायण पाण्डेय ने वाहन चालकों से सावधानीपूर्वक ड्राइविंग की अपील की है।
डॉ. पाण्डेय ने बताया कि वर्षा ऋतु में सड़कों पर फिसलन, जलभराव और दृश्यता की कमी जैसी परिस्थितियाँ आम हो जाती हैं, जो दुर्घटनाओं की मुख्य वजह बनती हैं। ऐसे में आवश्यक है कि सभी वाहन चालक अतिरिक्त सतर्कता बरतें और सुरक्षित यातायात नियमों का पालन करें।
उन्होंने कहा कि वाहन की गति नियंत्रित रखना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि गीली सड़कों पर अचानक ब्रेक लगाने से वाहन फिसल सकते हैं। आगे चल रहे वाहनों से उचित दूरी बनाना भी जरूरी है ताकि किसी आपात स्थिति में सुरक्षित रूप से रोका जा सके।
कम दृश्यता की स्थिति में हेडलाइट और फॉग लाइट का उपयोग अनिवार्य है। यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि वाहन के वाइपर और सभी लाइटें सुचारु रूप से कार्य कर रही हों। टायरों की स्थिति अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि घिसे हुए टायर सड़क पर पकड़ नहीं बना पाते और फिसलन का कारण बनते हैं।
डॉ. पाण्डेय ने यह भी सुझाव दिया कि यदि मार्ग में जलभराव हो, तो वाहन को वहां ले जाने से बचा जाए और वैकल्पिक मार्ग चुना जाए। यात्रा से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लेनी चाहिए और यदि अत्यधिक बारिश की आशंका हो, तो यात्रा को टाल देना ही बेहतर है।
वाहन में प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च और आपातकालीन संपर्क नंबर जैसे आवश्यक सामान हमेशा रखना चाहिए, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
जिला प्रशासन और यातायात पुलिस ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे इन सुरक्षा उपायों का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग को प्राथमिकता दें। किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन नंबर 112 पर तुरंत संपर्क करें।