26/11 मुंबई आतंकी हमले की 17वीं बरसी पर दुनिया भर से श्रद्धांजलि संदेश आ रहे हैं। भारत में इस्राइल के राजदूत रुवेन अज़र ने भी इस दुखद घटना को याद किया और पीड़ितों को सम्मान देते हुए कहा कि यह हमला केवल मुंबई पर नहीं, बल्कि पूरी मानव सभ्यता पर किया गया था। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े रहने का वादा भी दोहराया।
राजदूत अज़र ने सोशल मीडिया पर साझा संदेश में लिखा कि भारत आज मुंबई हमलों की पीड़ा को याद कर रहा है और इस्राइल इस दर्द में भारत के साथ है। उनके अनुसार 26/11 के हमले में हर समुदाय, हर धर्म और विभिन्न राष्ट्रीयताओं के लोगों को निशाना बनाया गया, जिसे देखकर साफ समझ आता है कि इसका उद्देश्य मानवता को चोट पहुंचाना था। उन्होंने कहा कि इस्राइल आतंकवाद की पीड़ा को करीब से समझता है।
रुवेन अज़र ने लिखा कि जब निर्दोष लोग आतंकवाद की भेंट चढ़ते हैं, तो दुनिया भर के परिवारों और देशों पर क्या गुज़रती है, इसका एहसास इस्राइल को भी है। उन्होंने मुंबई हमलों में शहीद हुए बहादुर अधिकारियों और सुरक्षा बलों को नमन किया और पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने आश्वासन दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इस्राइल हमेशा भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ा रहेगा। राजदूत ने कहा कि 26/11 की याद हमें लोकतंत्र, आज़ादी और साझा मानवीय मूल्यों की रक्षा करने का संकल्प दिलाती है, और अंत में जीत हमेशा जीवन की ही होती है, नफ़रत की नहीं।