Report By : ICN Network
मुंबई में सी कोस्टल रोड को अब चरणबद्ध तरीके से आम वाहन चालकों के लिए खोल दिया गया है और इसके साथ ही इस पूरे मार्ग को सुरक्षित और स्मार्ट बनाने के प्रयास भी तेज़ हो गए हैं। इसी दिशा में, सड़क पर 236 अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क सक्रिय कर दिया गया है, जो न केवल ट्रैफिक निगरानी में मदद करेंगे बल्कि दुर्घटना होने की स्थिति में तुरंत कंट्रोल रूम को अलर्ट भी भेज सकेंगे।
यह पूरा सुरक्षा नेटवर्क इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि दुर्घटना होने पर आवश्यक सहायता तुरंत उपलब्ध कराई जा सके। इसके अलावा, इन कैमरों के ज़रिए यह भी दर्ज किया जा सकेगा कि रोज़ाना कितने और किस श्रेणी के वाहन इस मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं और उनमें से कितने वाहन गति सीमा का उल्लंघन कर रहे हैं।
कोंस्टल रोड प्रोजेक्ट की शुरुआत शामलदास गांधी मार्ग (प्रिंसेस स्ट्रीट फ्लाईओवर) से होती है और यह वर्ली-बांद्रा सी लिंक के वर्ली छोर तक फैला है। इसकी कुल लंबाई 10.58 किलोमीटर है। पूरे मार्ग पर कैमरे इस तरह से तैनात किए गए हैं कि ट्रैफिक पुलिस उन्हें कंट्रोल रूम से लाइव देख सके और ज़रूरत पड़ने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
इस सड़क पर दो बड़ी सुरंगें बनाई गई हैं और इन सुरंगों के भीतर खास तरह के डिटेक्शन कैमरे लगाए गए हैं जो हर 50 मीटर की दूरी पर मौजूद हैं। ये कैमरे गलत दिशा में जा रहे वाहनों, हादसों या अन्य किसी असामान्य गतिविधि को पहचानने में सक्षम हैं और ऐसी किसी भी घटना पर कंट्रोल रूम को तुरंत सूचना भेजते हैं।
इसके अलावा, सड़क सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए 71 कैमरे लगाए गए हैं जो घूम सकते हैं, झुक सकते हैं और ज़ूम भी कर सकते हैं। किसी दुर्घटना की स्थिति में ये कैमरे घटना को स्वतः पहचानते हैं और फोकस करते हुए उसे रिकॉर्ड करते हैं। यही कैमरे दोनों भूमिगत सुरंगों में लगाए गए हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके।
वाहनों की संख्या की निगरानी के लिए सुरंगों के प्रवेश और निकास द्वारों पर चार कैमरे तैनात किए गए हैं। ये वाहन की गिनती करने और उन्हें उनकी श्रेणियों में बांटने का काम करते हैं। वहीं, तेज गति से चलने वाले वाहनों की पहचान के लिए सात विशेष कैमरे लगाए गए हैं जो ओवरस्पीडिंग वाहनों की नंबर प्लेट को रिकॉर्ड करते हैं।
इस पूरे तंत्र के चालू होने के बाद, बृहन्मुंबई महानगरपालिका अब कोस्टल रोड को 24 घंटे खुला रखने की तैयारी में है। अभी के लिए यह मार्ग सुबह 7 बजे से रात 12 बजे तक खुला रहता है, लेकिन नई निगरानी व्यवस्था लागू हो जाने के बाद इसे पूरी तरह 24×7 खोलने पर विचार किया जा रहा है।