बुजुर्ग महिला को जून की शुरुआत में अज्ञात नंबरों से तीन कॉल आए। फोन करने वालों ने खुद को दिल्ली एटीएस के अधिकारी प्रेम कुमार गुप्ता और जम्मू-कश्मीर बॉर्डर थाने से जुड़ा हुआ बताया। उन्होंने महिला से कहा कि उसके खिलाफ पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी देने का आरोप है और उसे 10 साल की जेल व 50 लाख रुपये जुर्माने का सामना करना पड़ेगा।
विश्वास दिलाने के लिए जालसाजों ने महिला को फर्जी आईडी कार्ड की तस्वीर भी भेजी। गिरफ्तारी और बदनामी के डर के चलते पीड़िता ने 5 से 10 जून के बीच ठगों के विभिन्न बैंक खातों में कुल 22.4 लाख रुपये जमा कर दिए।
कुछ दिनों तक लगातार संपर्क में रहने के बाद जब जालसाजों की ओर से अचानक कॉल आनी बंद हो गई, तो महिला को धोखाधड़ी का अंदेशा हुआ। शक होने पर उसने 13 जून को साइबर क्राइम सेल से संपर्क साधा। महिला की शिकायत पर अज्ञात ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल साइबर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और उनकी पहचान व गिरफ्तारी के प्रयास तेजी से चल रहे हैं।