चार किमी लंबी टनल इंद्रलोक से आईएसबीटी कश्मीरी गेट को सीधे जोड़ेगी। इससे दिल्ली मेट्रो स्टेशन, बस टर्मिनल और रेलवे स्टेशन के पास वाहनों का दबाव कम होगा। मार्ग के शुरू होने से नॉर्थ, नॉर्थ-वेस्ट और वेस्ट दिल्ली के हजारों लोगों को सीधा फायदा होगा जो रोजाना कश्मीरी गेट, सिविल लाइंस, आईटीओ या पुरानी दिल्ली की तरफ यात्रा करते हैं। मौजूदा समय में कश्मीरी गेट ट्रैफिक के लिहाज से काफी बड़ा हाटस्पाॅट बन चुका है। यहां पर पांच अलग-अलग दिशाओं से ट्रैफिक की आवाजाही होती है। ऐसे में जाम आम बात है। पीडब्ल्यूडी की अन्य विभागों से बातचीत शुरू
पीडब्ल्यूडी ने इस योजना को दिल्ली की संपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर पॉलिसी के अनुरूप लागू करने के लिए अन्य विभागों के साथ बातचीत शुरू कर दी है। तैयार की जा रही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) में इंजीनियरिंग डिजाइन, सुरंग निर्माण की तकनीकी योजना और मौजूदा एलिवेटेड नेटवर्क के साथ एकीकरण की रूपरेखा तय की जाएगी। इस डीपीआर के बाद परियोजना की लागत, भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह परियोजना आंतरिक संकरी सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव घटाएगी और सुरक्षित, तेज व पर्यावरण-अनुकूल यातायात को बढ़ावा देगी। हरियाणा से निर्बाध कनेक्टिविटी मुनक नहर रोड दिल्ली-हरियाणा के बीच अहम कनेक्टिविटी रूट है। इस विस्तार के बाद यह मार्ग सीधे दिल्ली के मुख्य हिस्सों कश्मीरी गेट, आईएसबीटी, सिविल लाइंस और आउटर रिंग रोड से जुड़ जाएगा। इस कनेक्टिविटी से व्यापारिक इलाकों तक सामान की ढुलाई तेज और सुगम होगी।

