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कॉरपोरेट्स की पहली पसंद बनता नवी मुंबई, 2024 में ऑफिस स्पेस की मांग में 40% की छलांग

Report By : ICN Network

नवी मुंबई अब कॉरपोरेट जगत की नई पसंद बनकर उभर रहा है। साल 2024 में प्रीमियम ऑफिस स्पेस की मांग में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो बढ़कर 57.93 लाख वर्ग फुट तक पहुंच गई। रियल एस्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म CRE Matrix की रिपोर्ट के मुताबिक, यह तेजी किफायती किराए और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से देखी जा रही है।

CRE Matrix के सह-संस्थापक अभिषेक किरण गुप्ता का कहना है कि नवी मुंबई, देश के प्रमुख 7-8 कार्यालय बाजारों में सबसे किफायती विकल्पों में शामिल है। यहां का औसत किराया लगभग ₹65 प्रति वर्ग फुट है, जो कॉरपोरेट्स को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभा रहा है। इसी वजह से लीजिंग गतिविधियों में उल्लेखनीय उछाल देखने को मिल रहा है।

मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) के माइक्रो-मार्केट्स में भी मांग लगातार बढ़ रही है। वर्ष 2024 के पहले छह महीनों में नवी मुंबई में ऑफिस स्पेस का कुल सकल पट्टा 27.72 लाख वर्ग फुट रहा, जबकि नए निर्माण की आपूर्ति 20.07 लाख वर्ग फुट पर रही। यह ट्रेंड दर्शाता है कि डिमांड लगातार सप्लाई से आगे निकल रही है।

नवी मुंबई में कई ग्लोबल और भारतीय कंपनियां ग्रेड-ए ऑफिस स्पेस की ओर आकर्षित हो रही हैं। टाटा रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स REIT (के रहेजा ग्रुप), एलएंडटी रियल्टी और हीरानंदानी ग्रुप जैसे बड़े नाम नवी मुंबई के इस बढ़ते कॉरपोरेट हब में अपने ऑफिस पोर्टफोलियो का विस्तार कर चुके हैं।

नवी मुंबई में आने वाले समय में नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, बेहतर ट्रांसपोर्ट नेटवर्क और समुचित कनेक्टिविटी से ऑफिस स्पेस की मांग और अधिक बढ़ने की उम्मीद है। प्रमुख क्षेत्रों जैसे ऐरोली, वाशी, बेलापुर, घनसोली, तुर्भे और जुईनगर में कार्यालय स्थल प्रमुखता से विकसित हो रहे हैं।

गुप्ता का अनुमान है कि 2026 में नवी मुंबई का सकल ऑफिस स्पेस पट्टा 60 लाख वर्ग फुट के आंकड़े को पार कर सकता है, जिससे यह क्षेत्र कॉरपोरेट्स के लिए और भी आकर्षक बन जाएगा।

कुशमैन एंड वेकफील्ड की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के टॉप 8 शहरों में 2025 तक ऑफिस स्पेस की कुल सकल लीजिंग 90 मिलियन वर्ग फुट से अधिक हो सकती है, जो 2024 के रिकॉर्ड 89 मिलियन वर्ग फुट के स्तर को पीछे छोड़ देगी।

नवी मुंबई की यह वृद्धि दर्शाती है कि कैसे बेहतर कनेक्टिविटी, किफायती मूल्य और रणनीतिक लोकेशन इसे भारत के सबसे तेज़ी से उभरते कॉर्पोरेट हब्स में शामिल कर रहे हैं।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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