नोएडा पुलिस ने एनसीआर में वाहनों की चोरी को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय पंकज बिहारी गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है। फेज-2 थाना पुलिस ने सेक्टर-92 की सर्विस रोड पर सोमवार सुबह बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान गिरोह के सरगना को पैर में गोली लगने के बाद काबू कर लिया, जबकि उसके दो साथी घेराबंदी में पकड़े गए।
पुलिस ने उनके कब्जे से 27 नवंबर को चोरी हुई कैब समेत कुल चार कारें, 91 हजार रुपये नगद, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, एक तमंचा और दो कारतूस बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपी दिल्ली और गुरुग्राम में किराये पर रहते थे और सभी कम पढ़े-लिखे टैक्सी ड्राइवर हैं, जिन पर कुल 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एसीपी उमेश कुमार के नेतृत्व में तीन टीमों ने सर्विलांस और गोपनीय सूचना के आधार पर बदमाशों की लोकेशन ट्रेस की थी। चेकिंग के दौरान पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में सरगना पंकज घायल हुआ और गिरोह पकड़ा गया।
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान पंकज (समस्तीपुर, बिहार), विवेक यादव (भिंड, मध्य प्रदेश) और प्रेमपाल यादव (मध्यापुर) के रूप में हुई है। पूछताछ में सामने आया कि तीनों एनसीआर में सुनसान इलाकों में खड़ी कारों की रेकी कर चोरी करते थे और फिर वाहनों को भिंड, समस्तीपुर समेत कई राज्यों में बेचने ले जाते थे, लेकिन सफलता नहीं मिली। सोमवार को वे चोरी की कारें दिल्ली में बेचने जा रहे थे जब पुलिस से आमना-सामना हो गया।
पुलिस के अनुसार, टोेल और चेकिंग से बचने के लिए बदमाश गांवों के कच्चे रास्तों का इस्तेमाल करते थे और आपस में सिर्फ वॉट्सऐप कॉल पर ही बातचीत करते थे।