Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में बाढ़ के हालात हैं। 97 गांवों से संपर्क टूट गया है। बाढ़ से करीब 20 लाख लोग प्रभावित हैं। नेपाल बॉर्डर से सटे इलाके बाढ़ ग्रस्त घोषित हो चुके हैं।
गोरखपुर में राप्ती खतरे के निशान के पार बह रही है। सड़कों पर नाव चल रही है। घर एक फ्लोर डूब गए हैं। हरदोई में इतनी बारिश हुई है कि लोगों के घरों में घुटने तक पानी भर गया।
11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। 26 जिलों में बिजली गिरने की संभावना है।
प्रदेश में 1 जून से अब तक नॉर्मल से 14% ज्यादा बारिश हो चुकी है। 44 दिनों में 240 MM बारिश हो चुकी है। जबकि औसत 209 MM का है। रविवार की बात करें तो 50 जिलों में सिर्फ 7 MM बरसात हुई। सबसे ज्यादा 58 मिलीमीटर हमीरपुर में बारिश हुई। कन्नौज सबसे गर्म जिला रहा। यहां का अधिकतम तापमान 38.1 डिग्री दर्ज किया गया। सबसे कम तापमान 22.5 डिग्री बाराबंकी में रिकॉर्ड किया गया।
अगले 2 दिनों तक प्रतापगढ़ को छोड़कर सभी 74 जिलों में बारिश या बादल छाने का कोई अलर्ट नहीं है। सभी 74 जिले ग्रीन जोन में हैं। 18 जुलाई को 35 जिलों में बारिश की चेतावनी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जुलाई के लास्ट सप्ताह में अच्छी बारिश होगी। अगस्त में मानसून ब्रेक हो सकता है। यानी जुलाई के मुकाबले अगस्त में कम बारिश होगी।
फर्रुखाबाद में रामगंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। रविवार को 10 सेंटीमीटर बढ़कर 137.5 मीटर पर पहुंच गया। खतरे का निशान 137.10 है। यानी रामगंगा खतरे के निशान से सिर्फ 5 सेंटीमीटर नीचे हैं। कई गांव में नदी का पानी घस गया है।