Report By : ICN Network
नोएडा की स्थापना 17 अप्रैल 1976 को ‘न्यू ओखला इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी’ के तहत की गई थी। कभी यह इलाका सीमित संसाधनों और कच्ची सड़कों के लिए जाना जाता था, लेकिन आज यह देश के सबसे आधुनिक और उन्नत शहरों में से एक है। नोएडा अब अपने 50वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है और इसने इन वर्षों में अद्भुत तरक्की की है।
शुरुआती समय में नोएडा को एक औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने की योजना थी और समय के साथ इसने वह लक्ष्य पूरा भी किया। आज यहां छोटे उद्योगों से लेकर बड़े अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स तक के प्लांट्स मौजूद हैं। यहां सॉफ्टवेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल निर्माण और अन्य क्षेत्रों में बड़ी कंपनियां काम कर रही हैं।
विकास की दिशा में नोएडा में निरंतर निवेश होता रहा है। आने वाले समय में 250 से अधिक नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की योजना है, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। जेवर में बन रहा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नोएडा के वैश्विक महत्व को और बढ़ाएगा। मेट्रो सेवा का विस्तार नोएडा से ग्रेटर नोएडा और दिल्ली एयरपोर्ट तक किया जा रहा है जिससे कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।
नोएडा प्राधिकरण द्वारा 8000 करोड़ रुपये के बजट में से 1300 करोड़ रुपये सिर्फ बुनियादी ढांचे के विकास पर खर्च किए जा रहे हैं। इसमें एलिवेटेड रोड, हाईवे, स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम और बेहतर परिवहन सुविधाएं शामिल हैं।
आज नोएडा न सिर्फ एक औद्योगिक शक्ति बन चुका है, बल्कि यह एक सुव्यवस्थित, हरित और तकनीकी रूप से उन्नत शहर के रूप में भी जाना जाता है। आने वाले वर्षों में यह शहर और ऊंचाइयों को छुएगा और देश को नई दिशा देगा।