सोसायटी के निवासी पिछले 13 सप्ताह से हर रविवार प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही, सोसायटी में कई अन्य अवैध निर्माणों को लेकर भी निवासियों ने प्राधिकरण को शिकायतें भेजी हैं।
महागुन माडर्न सोसायटी में हर रविवार को लगातार प्रदर्शन होते आ रहे हैं, जिसमें अवैध निर्माणों को तोड़ने की मांग जोर-शोर से उठाई जा रही है। हाल ही के रविवार को भी सोसायटी में यह प्रदर्शन हुआ था। निवासियों ने यह मांग की थी कि नोटिस जारी होने के बाद नोएडा प्राधिकरण द्वारा दो जून को कार्रवाई की जाएगी, और इस उम्मीद को वे पूरी तरह बनाए हुए थे। इस कार्रवाई के तहत सोसायटी के भीतर मौजूद अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाना था। लेकिन सोमवार को प्राधिकरण का बुलडोजर सोसायटी में नहीं चला और लोग बस इंतजार करते रहे।
एओए के सचिव वाईपी गुप्ता ने कहा कि सोसायटी के परिसर में स्थित एक मंदिर, जो श्रद्धा का प्रतीक है, उसे हटाने की कोशिश की जा रही है, जिससे निवासियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ लोगों के दबाव में आकर नोएडा प्राधिकरण ने वर्षों से चल रहे मदर डेयरी बूथ को तोड़वा दिया। पहले भी नोएडा प्राधिकरण ने सोसायटी के क्लब में बने कैफे और रेस्टोरेंट को नक्शा देखे बिना तोड़ने का आदेश दे दिया था, लेकिन जब सही नक्शा प्रस्तुत किया गया तो प्राधिकरण ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए इसे वैध घोषित किया।
निवासियों की मांग है कि शासन-प्रशासन सोसायटी का शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखे और बिना पूरी जानकारी और सत्यापन के कोई भी कार्रवाई न की जाए।