Report By : ICN Network
नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने परमिट और नियम उल्लंघन के आरोप में बीते दो दिनों के भीतर 1,260 से ज़्यादा ऑटो रिक्शा जब्त कर लिए। अचानक हुई इस सख़्ती से नाराज़ ऑटो चालकों ने बुधवार सुबह सेक्टर-62 से 63 की ओर जाने वाले व्यस्त मार्ग पर वाहन खड़े करके प्रदर्शन किया, जिससे घंटों लंबा जाम लग गया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नियमित कागज़ी कार्रवाई के नाम पर उनके वाहन बिना चेतावनी उठाए जा रहे हैं, जबकि ज़्यादातर ड्राइवर दैनिक भाड़े पर ऑटो चलाते हैं और जुर्माना भरने की स्थिति में नहीं हैं।
पुलिस का पक्ष है कि शहर में अवैध स्टैंड, ओवरलोडिंग और बिना फिटनेस ऑटो के कारण ट्रैफिक और सुरक्षा समस्या बढ़ रही थी, इसलिए व्यापक अभियान चलाना ज़रूरी था। अधिकारियों ने दावा किया कि जिन ऑटो को सीज़ किया गया, वे या तो बिना वैध परमिट थे, फिटनेस प्रमाणपत्र समाप्त हो चुका था या तय रूट से बाहर चल रहे थे।
प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुँची पुलिस व परिवहन विभाग के अफ़सरों ने चालक प्रतिनिधियों से बातचीत कर आश्वासन दिया कि वैध दस्तावेज़ दिखाने पर वाहन छोड़े जाएँगे। साथ ही, ड्राइवरों को एक सप्ताह का समय दिया गया है ताकि वे फिटनेस, परमिट और बीमा दुरुस्त करा सकें। प्रशासन ने यह भी कहा कि यदि रोस्टर-बेस्ड स्टैगरिंग टाइम का पालन किया जाए और ऑटो निर्धारित रूट पर ही चलें तो कार्रवाई में नरमी बरती जाएगी।
शाम तक जाम हटाकर यातायात बहाल कर दिया गया, लेकिन ऑटो यूनियन ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी न होने पर वे फिर से सड़कों पर उतरेंगे। इस बीच, दैनिक यात्रियों को वैकल्पिक परिवहन साधनों की तलाश करनी पड़ रही है और आईटी क्षेत्र में काम करने वाले हज़ारों कर्मचारियों को कार्यालय पहुँचने-लौटने में परेशानी झेलनी पड़ रही है।
प्रशासन का संदेश स्पष्ट है: नियमों का पालन करें तो ऑटो चलाने पर कोई रोक नहीं, लेकिन काग़ज़ों में गड़बड़ी या यातायात नियम तोड़ने पर सख़्त कार्रवाई जारी रहेगी।